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उत्तराखंड : ऑटो-टैक्सी चालकों को नए निर्देश, 50 प्रतिशत से ज्यादा बैठाई सवारी तो होगी कार्रवाई

उत्तराखंड के बागेश्वर में कोरोना संकट के बीच राज्य प्रशासन ने ऑटो-टैक्सी चालकों को नए निर्देश दिए है। ऑटो-टैक्सी चालकों को ज्यादा सवारी नहीं भरने की सख्त हिदायत दी गई है।

बागेश्वर। उत्तराखंड के बागेश्वर में कोरोना संकट के बीच राज्य प्रशासन ने ऑटो-टैक्सी चालकों को नए निर्देश दिए है। ऑटो-टैक्सी चालकों को ज्यादा सवारी नहीं भरने की सख्त हिदायत दी गई है। इसको लेकर बागेश्वर सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी निखिल शर्मा ने भी सख्त रुख अपनाया है।

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निखिल शर्मा ने कहा कि यदि किसी भी टैक्सी चालक ने 50 प्रतिशत से अधिक सवारी बैठाई, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने ये निर्देश टैक्सी यूनियन के पदाधिकारियों को दिए।

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50% से अधिक सवारी बैठाने पर होगी सख्त कार्रवाई

अपने कार्यालय में आयोजित बैठक में एआरटीओ ने कहा कि उन्हें लंबे समय से शिकायत मिल रही है कि कई टैक्सी चालक 50 प्रतिशत से अधिक सवारी बैठा रहे हैं और दोगुना किराया भी वसूल रहे हैं। इस तरह की मनमानी कतई सहन नहीं की जाएगी। सभी पदाधिकारियों की जिम्मेदारी है कि वह टैक्सी चालकों की मनमानी पर नजर रखें। भविष्य में इस तरह की शिकायत बर्दाश्त नहीं की जाएगी। विभाग जल्द छापेमारी करेगा। यदि कोई नियमों का उल्लंघन करते धरा गया, तो उसका वाहन सीज कर दिया जाएगा और चालक का डीएल भी निरस्त करने की कार्रवाई की जाएगी।

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आर्थिक तंगी से जूझ रहे चालकों को टैक्स और बीमा में रियायत की मांग

उन्होंने यह भी बताया की कोरोना काल के दौरान टैक्सी चालकों को आर्थिक तंगी से जूझ रहे थे। ऐसे टैक्सी चालक जिनका वाहन वीरचंद गढ़वाली योजना से स्वीकृत है। उन्हें राज्य सरकार पर्यटन विभाग 1000 हजार की मदद दे रहा है। यह पैसा जल्द ही ड्राइवर के खाते में भेजे जाएंगे। वहीं, टैक्सी यूनियनों के पदाधिकारयों ने एआरटीओ के सम्मुख अपनी समस्या रखी। उन्होंने कहा कि कोरोना काल के दौरान वाहन तीन माह तक खड़े थे। उन्हें टैक्स और बीमे में रियायतें दी जाएं।