नई दिल्ली। अंगेजी हूकुमत से लोहा लेने वाली रानी लक्ष्मी बाई की आज यानी 18 जून को पुण्यतिथि है। इस मौके पर पूरा देश उन्हें याद कर रहा है। वीरांगना महारानी लक्ष्मीबाई नारी अस्मिता का प्रतीक है। इस मौके पर गृह मंत्री अमित शाह और कांग्रेस ने श्रद्धांजलि दी है।
गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट कर श्रद्धांजलि देते हुए लिखा, ”रानी लक्ष्मीबाई ने अपनी असाधारण वीरता और साहस से राष्ट्रभक्ति का एक नया अध्याय लिखा। वह नारी शक्ति और अंग्रजी शासन के विरुद्ध क्रांति का प्रतीक बनी। स्वाधीनता व स्वाभिमान के लिए उनका बलिदान अनंत काल तक पूरे विश्व को प्रेरित करता रहेगा। ऐसी महान वीरांगना को कोटि-कोटि नमन।”
रानी लक्ष्मीबाई ने अपनी असाधारण वीरता और साहस से राष्ट्रभक्ति का एक नया अध्याय लिखा। वह नारी शक्ति और अंग्रेज़ी शासन के विरुद्ध क्रांति का प्रतीक बनी। स्वाधीनता व स्वाभिमान के लिए उनका बलिदान अनंत काल तक पूरे विश्व को प्रेरित करता रहेगा।
ऐसी महान वीरांगना को कोटि-कोटि नमन। pic.twitter.com/tkiBlxSqRt
— Amit Shah (@AmitShah) June 18, 2020
वहीं कांग्रेस ने अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर लिखा, ”1857 के स्वतंत्रता संग्राम के दौरान झांसी की रानी लक्ष्मीबाई ब्रिटिश राज के खिलाफ प्रतिरोध का प्रतीक बन गईं। हम दमनकारी ताकतों के खिलाफ लड़ाई में लाखों भारतीयों को प्रेरित करने के लिए उन्हें हार्दिक श्रद्धांजलि देते हैं।”
A leading figure during the First War of Independence in 1857, Rani of Jhansi Lakshmibai became a symbol of resistance against the British Raj. We pay her a heartfelt tribute for inspiring millions of Indians in the fight against oppressive forces. pic.twitter.com/mg5jRpoHPb
— Congress (@INCIndia) June 18, 2020
रानी लक्ष्मीबाई का जन्म
रानी लक्ष्मीबाई का जन्म 19 नवम्बर 1828 को हुआ था। लक्ष्मीबाई का जन्म वाराणसी में हुआ था। जब देश के विभिन्न रियासतों के राजा अंग्रेजी हुकूमत के सामने घुटने टेक रहे थे, तब रानी लक्ष्मीबाई ने उनका डटकर मुकाबला किया था। अपनी युद्धकला से अंग्रेजों डटकर मुकाबला किया।
भारतीय स्वतंत्रता संग्राम 1857 की विरांगना लक्ष्मीबाई
महारानी लक्ष्मीबाई भारतीय स्वतंत्रता संग्राम 1857 की विरांगना थीं। उन्होंने सिर्फ 29 साल की उम्र में अंग्रेज सेना से जद्दोजहद की और रणभूमि में वे वीरगति को प्राप्त हुईं। जिसे उनकी पुण्यतिथि के रूप में आज के दिन मनाया जा रहा है और पूरा देश उन्हें याद कर रहा है।