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Opposition Meeting: शरद पवार के घर पर विपक्षी नेताओं की जमघट, लेकिन ममता दीदी नदारद, क्या विपक्षी एकता को लगा झटका?

Opposition Meeting: बैठक में कहा गया है कि सत्तारूढ दल ने सभी संवैधानिक संस्थाओं पर कब्जा कर लिया है। जिसकी वजह से विपक्षी दलों के लिए मुसीबतें खड़ी की जा रही है। विपक्षी दलों के विरोध को कुचलने की कोशिश की जा रही है, लेकिन हमें पूरा विश्वास है कि यह कोशिश सफल नहीं होगी।

नई दिल्ली। आगामी लोकसभा चुनाव से पूर्व सभी विपक्षी दल बीजेपी के खिलाफ मोर्चा खोलने के लिए अभी से ही लामबंद होते नजर आ रहे हैं। आगामी सियासी दंगल में कैसे बीजेपी को राजनीतिक मैदान में पटखनी देनी है, इसे लेकर अभी से ही विपक्षी दल रोडमैप तैयार करते हुए नजर आ रहे हैं। वहीं, आज राकांपा प्रमुख शरद पवार के आवास पर ईवीएम को लेकर बड़ी बैठक हुई। जिसमें प्रफुल्ल पटेल, समाजवादी पार्टी से रामगोपाल यादव और कपिल सिब्बल, कांग्रेस से दिग्विजय सिंह सहित अन्य बड़े नेता शामिल हुए। सभी ने आगामी चुनाव में बीजेपी को हार का स्वाद चखाने के लिए पूरी रुपरेखा तैयार की। इस बीच कपिल सिब्बल ने चुनाव आयोग जाने की भी बात कही।

बैठक में कहा गया है कि सत्तारूढ दल ने सभी संवैधानिक संस्थाओं पर कब्जा कर लिया है। जिसकी वजह से विपक्षी दलों के लिए मुसीबतें खड़ी की जा रही हैं। विपक्षी दलों के विरोध को कुचलने की कोशिश की जा रही है, लेकिन हमें पूरा विश्वास है कि यह कोशिश सफल नहीं होगी। कपिल सिब्बल ने कहा कि चुनाव आयोग अगर ईवीएम को लेकर अपनी स्थिति स्पष्ट नहीं करता है, तो सभी राजनीतिक दल को क्या करना चाहिए? तो इस पर बैठक में मौजूद अन्य दलों के नेताओं ने कहा कि हम ईवीएम के मुद्दे को चुनाव आयोग के समक्ष उठाएंगे। उधर, शरद पवार ने ईवीएम के संदर्भ में कहा कि चिप वाली किसी भी मशीन को आसानी से हैक किया जा सकता है। लेकिन बड़ा सवाल यह है कि क्या लोकतंत्र को इस तरह से हाईजैक होने दे सकते हैं।

ध्यान देने वाली बात है कि बैठक में पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी शामिल नहीं हुईं। जिससे एक बार फिर से विपक्षी दलों की एकता को जोरदार झटका लगा है। इससे पहले उन्होंने राहुल गांधी को लेकर भी बड़ा बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि राहुल बीजेपी के लिए टीआरपी हैं, वे बीजेपी जब तक कांग्रेस के नेता रहेंगे। तब तक पार्टी का कल्याण नहीं हो सकता है। इस पर कांग्रेस ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि ममता दीदी सीबीआई और ईडी की कार्रवाई से डर चुकी है, इसलिए ऐसे बयान दे रही हैं।