नई दिल्ली। संसद का मॉनसून सत्र 20 जुलाई से 11 अगस्त तक होना है। नए संसद भवन में मॉनसून सत्र कराए जाने की उम्मीद है। संसद के मॉनसून सत्र की तारीखों के एलान के साथ ही विपक्ष ने भी मोदी सरकार के प्रति अपने तेवर और तीखे कर लिए हैं। कांग्रेस के राज्यसभा सांसद और मीडिया विंग के प्रमुख जयराम रमेश ने विपक्ष के इरादों का खुलासा अपने ट्वीट पर किया है। संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने सभी विपक्षी दलों से संसद सत्र चलाने में सहयोग की अपेक्षा की। उनके ट्वीट पर जयराम रमेश ने जवाब देते हुए पलटवार किया है।
…और हम आशा करते हैं कि जोशी जी इस बात से अवगत होंगे कि सरकार लोगों से जुड़े उन सभी मुद्दों पर चर्चा करेगी जिन्हें विपक्ष लगातार उठा रहा है। उन मुद्दों पर भी जिन पर प्रधानमंत्री पूरी तरह से मौन हैं। https://t.co/HRfYgGmF4T
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) July 1, 2023
जयराम रमेश ने कहा है कि उम्मीद है कि सरकार उन सभी मुद्दों पर चर्चा कराएगी, जिनको विपक्ष उठा रहा है। साथ ही लिखा है कि उन मुद्दों पर भी चर्चा हो, जिनपर पीएम मौन हैं। बता दें कि कांग्रेस और विपक्ष लगातार पीएम नरेंद्र मोदी पर मणिपुर में हिंसा और अडाणी के अलावा पहलवानों के धरने पर मौन रहने का आरोप लगा रहे हैं। इसके साथ ही ये भी तय हो गया है कि मणिपुर, अडाणी, पहलवानों का धरना, महंगाई, यूनिफॉर्म सिविल कोड और बालासोर ट्रेन हादसे को विपक्ष जरूर संसद में उठाएगा। ऐसे में मॉनसून सत्र में जोरदार हंगामे और उसकी वजह से कामकाज न होने के आसार दिख रहे हैं।
संसद के मॉनसून सत्र के बाद अब शीतकालीन सत्र ही आएगा। इन दोनों सत्रों के बीच राजस्थान, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, तेलंगाना और मिजोरम विधानसभा के चुनाव होंगे। अगले साल लोकसभा के भी चुनाव होने हैं। ऐसे में मोदी सरकार को घेरकर विपक्ष तमाम मुद्दों पर देशभर में चुनाव पूर्व अपनी बात पहुंचाने की कोशिश भी करेगा। अब सबकी नजर इस पर है कि पीएम नरेंद्र मोदी, उनकी सरकार के अन्य मंत्री और एनडीए के सांसद किस तरह विपक्ष के हमलों का संसद में जवाब देते हैं।