
मंचेरियाल (तेलंगाना)। एक तरफ बीजेपी के खिलाफ 2024 के लोकसभा चुनाव में विपक्षी दलों को एकजुट करने की कोशिश हो रही है। वहीं, तेलंगाना के सीएम और पीएम नरेंद्र मोदी के घनघोर विरोधी के. चंद्रशेखर राव ने देश के सबसे पुराने दल और बीजेपी की सरकार को केंद्र से हटाने में जुटी कांग्रेस पर ही निशाना साध दिया है। चंद्रशेखर राव ने तेलंगाना के मंचेरियाल में शुक्रवार को हुई एक जनसभा में कांग्रेस और बीजेपी को तंज कसते हुए एक जैसा बता दिया। के. चंद्रशेखर ने कांग्रेस और बीजेपी को छोटे मियां और बड़े मियां कहकर संबोधित किया। चंद्रशेखर राव के इस बयान से विपक्षी एकता की राह में एक और रोड़ा अटकता दिख रहा है। पहले ही टीएमसी और कांग्रेस के बीच तलवारें तनी हुई हैं।
अब आपको बताते हैं कि चंद्रशेखर राव ने आखिर बीजेपी और कांग्रेस को बड़े मियां और छोटे मियां क्यों कहा। दरअसल, तेलंगाना में सिंगारेनी कोयला खदान है। इस कोयला खदान में केंद्र सरकार की 49 फीसदी और तेलंगाना सरकार की 51 फीसदी हिस्सेदारी थी। निजाम के शासन के दौरान सिंगारेनी कोलियरीज कंपनी बनी थी। जब कांग्रेस सत्ता में थी, तब कर्ज न चुका पाने की वजह से उसकी सरकार ने सिंगारेनी कोलियरीज की 49 फीसदी हिस्सेदारी केंद्र सरकार को बेच दी थी। जिससे ये कोयला खदान पूरी तरह केंद्र की हो गई और यहां खनन संबंधी कोई भी फैसला तेलंगाना सरकार नहीं ले सकती। सुनिए, चंद्रशेखर राव ने किस तरह बीजेपी से तुलना करते हुए कांग्रेस पर निशाना साधा।
वैसे, कांग्रेस और बीआरएस के सुप्रीमो के. चंद्रशेखर राव के बीच अदावत काफी पुरानी है। तेलंगाना गठन के मसले पर चंद्रशेखर राव और कांग्रेस के बीच तनातनी रही है। यूपीए सरकार के दौर में अलग तेलंगाना राज्य के लिए चंद्रशेखर राव ने लंबी जंग लड़ी थी। उसके बाद तेलंगाना का गठन हो सका था। वही पुरानी बात अब तक शायद चंद्रशेखर राव नहीं भूले हैं। अभी ये भी तय नहीं है कि पटना में 23 जून को होने वाली विपक्ष की बैठक में चंद्रशेखर राव जाएंगे या नहीं। हालांकि, विपक्षी एकता के लिए कोशिश कर रहे बिहार के सीएम नीतीश कुमार को चंद्रशेखर राव काफी मानते भी हैं।