newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Delhi: अब पक रही कौन सी सियासी खिचड़ी, गांधी परिवार की गैरमौजूदगी में सिब्बल के घर पहुंचे विपक्ष के सूरमा

Delhi: सिब्बल ने बीते दिनों विपक्ष के साथ आने की वकालत की थी। उन्होंने एक टीवी चैनल से बातचीत में कहा था कि 2024 में मोदी को तीसरी बार सत्ता में आने से रोकने के लिए विपक्ष को अभी से एकजुट होना चाहिए। उन्होंने ये भी कहा था कि उन विपक्षी पार्टियों को भी साथ आना चाहिए, जिन्होंने किसी वजह से एक-दूसरे से दूरी बना ली थी।

नई दिल्ली। मोदी विरोधी विपक्ष के खेमे में कब कौन सी खिचड़ी पकने लगे, इसका पता नहीं चलता। पहले राहुल गांधी ने विपक्ष के नेताओं के साथ बैठक की। अब कांग्रेस के नेता कपिल सिब्बल ने अपने घर पर विपक्ष के सूरमाओं के साथ बैठक की है। सोमवार रात को कपिल सिब्बल ने विपक्ष के बड़े नेताओं को घर पर न्योता दिया था। इस बैठक में 15 पार्टियों के नेता पहुंचे थे। इनमें एनसीपी चीफ शरद पवार, टीएमसी के डेरेक ओ ब्रायन, सपा के अखिलेश यादव, आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव, कांग्रेस के शशि थरूर और आनंद शर्मा भी थे। शशि थरूर और आनंद शर्मा के नाम यहां चौंकाते हैं। ये दोनों कांग्रेस के उन 23 नेताओं के गुट वाले हैं, जिन्होंने पार्टी के नेतृत्व में बदलाव की मांग करते हुए सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखी थी। ऐसे में सवाल ये है कि क्या विपक्षी नेताओं की इस बैठक को बुलाकर कपिल सिब्बल अपनी ताकत कांग्रेस आलाकमान को दिखा रहे हैं?

Akhilesh Yadav, Shashi Tharoor, Sharad Pawar
सिब्बल ने बीते दिनों विपक्ष के साथ आने की वकालत की थी। उन्होंने एक टीवी चैनल से बातचीत में कहा था कि 2024 में मोदी को तीसरी बार सत्ता में आने से रोकने के लिए विपक्ष को अभी से एकजुट होना चाहिए। उन्होंने ये भी कहा था कि उन विपक्षी पार्टियों को भी साथ आना चाहिए, जिन्होंने किसी वजह से एक-दूसरे से दूरी बना ली थी।

Kapil Sibal

लेकिन सिब्बल की ये इच्छा यूपी में पूरी होती नहीं दिख रही है। यूपी कांग्रेस के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने साफ कह दिया है कि यूपी का विधानसभा चुनाव कांग्रेस अकेले दम पर लड़ेगी। सोमवार को बयान में लल्लू ने ये भी कहा कि बीएसपी और सपा से हाथ तो कांग्रेस ने मिलाया था, लेकिन इसका खामियाजा पार्टी को चुनावों में भुगतना पड़ा है।