नूंह। हरियाणा के नूंह और गुरुग्राम के सोहना में सोमवार को हुई सांप्रदायिक हिंसा के दोषियों को अब खामियाजा भुगतना पड़ेगा। दोनों जगह हुई हिंसा के मामले में पुलिस ने 20 एफआईआर लिखी है। नूंह में कर्फ्यू लगाया गया है। सोहना में भी बड़ी तादाद में पुलिस तैनात की गई है। एक-एक उपद्रवी को तलाशकर सलाखों के पीछे भेजने की तैयारी है। सूत्रों के मुताबिक इस हिंसा के जिम्मेदारों को तलाशने के लिए पुलिस को कहा गया है। ये जानकारी सामने आ रही है कि नूंह और सोहना में हिंसा करने के लिए साजिश पहले ही रची जा चुकी थी। इस साजिश को रचने वालों पर खास नजर है। राजस्थान के भरतपुर जिले की 4 तहसीलों में भी इंटरनेट बंद कर अलर्ट घोषित किया गया है।
#WATCH नूंह में स्थिति नियंत्रण में है और जिले में कर्फ्यू लगा दिया गया है…दोनों समुदाय लंबे समय से नूंह में शांतिपूर्वक रह रहे हैं। इसके पीछे एक साजिश है। जिस तरह से पत्थर, हथियार, गोलियां मिलीं, उससे लगता है कि इसके पीछे कोई मास्टरमाइंड है। हम विस्तृत जांच करेंगे और इसमें… pic.twitter.com/P93jG9mq93
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 1, 2023
नूंह और सोहना में सांप्रदायिक हिंसा की शुरुआत विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) की यात्रा के दौरान हुई थी। गोरक्षक मोनू मानेसर के इस यात्रा में शामिल होने की खबर मिलने के बाद दूसरे संप्रदाय के लोगों की भीड़ ने जमकर उपद्रव मचाया था। 90 के करीब गाड़ियां फूंक दी गईं या उनमें तोड़फोड़ की गई थीं। हिंसा में हरियाणा होमगार्ड के 2 जवानों समेत 3 लोगों को जान गंवानी पड़ी है। 10 के करीब पुलिसकर्मी भी घायल हुए। ऐसे में हरियाणा सरकार अब नूंह और सोहना में सांप्रदायिक दंगे करने वालों को छटी का दूध याद दिलाने में जुट गई है। इंटरनेट भी 3 दिन के लिए बंद कर दिया गया है। नूंह और गुरुग्राम के अलावा फरीदाबाद और रेवाड़ी में भी धारा 144 लागू की गई है।
हरियाणा के मेवात इलाके में पहले भी कई बार सांप्रदायिक हिंसा हो चुकी है। यहां के 100 से ज्यादा गांवों में हिंदू आबादी खत्म होने की जानकारी हरियाणा सरकार की ओर से बनाए गए एक आयोग की रिपोर्ट में सामने आई थी। सोमवार को जिस तरह हिंसा हुई और भीड़ ने पुलिस को भी निशाना बनाया, उससे साफ लग रहा है कि मेवात इलाके में किस तरह की बड़ी साजिश रची गई थी।