newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Pakistan On Turkiye: पाकिस्तान की शर्मनाक हरकत, अपने पुराने दोस्त तुर्किए की मदद में भी लगा रहा रोड़ा, भारतीय मदद वाले विमान को नहीं दिया रास्ता

सूत्रों के मुताबिक भारत की तरफ से तुर्किए को भेजी जा रही मदद वाले विमान को पाकिस्तान के ऊपर उड़ान की मंजूरी न मिलने के बाद विमान ने रास्ता बदला और अरब सागर के ऊपर से होकर तुर्किए की तरफ गया। अगर पाकिस्तान इस विमान को अपनी वायुसीमा से जाने देता, तो भारतीय विमान कम समय में तुर्किए पहुंच जाता।

नई दिल्ली। पाकिस्तान और तुर्किए के बीच पुरानी दोस्ती है। पाकिस्तान के कश्मीर राग को तुर्किए हमेशा समर्थन देता रहा है। तुर्किए इसके अलावा पाकिस्तान की आर्थिक और सैनिक मदद भी करता है। इसके बाद भी आज जब भूकंप से तुर्किए की हालत खराब है, तो भी पाकिस्तान उसकी मदद की राह में रोड़ा अटकाने वाली शर्मनाक हरकत कर रहा है। भारत ने एनडीआरएफ और मेडिकल टीम के साथ दवाइयां और जरूरी सामान वाला एक विमान तुर्किए को भेजा है। इस विमान को पाकिस्तान ने अपने एयरस्पेस यानी वायुसीमा से होकर नहीं जाने दिया।

ndrf team to turkiye
तुर्की भेजे गए विमान के अंदर का दृश्य।

सूत्रों के मुताबिक भारत की तरफ से तुर्किए को भेजी जा रही मदद वाले विमान को पाकिस्तान के ऊपर उड़ान की मंजूरी न मिलने के बाद विमान ने रास्ता बदला और अरब सागर के ऊपर से होकर तुर्किए की तरफ गया। अगर पाकिस्तान इस विमान को अपनी वायुसीमा से जाने देता, तो मदद ले जा रहा भारतीय विमान कम समय में तुर्किए पहुंच जाता। अब इस विमान को लंबा सफर तय करना होगा और जाहिर तौर पर मदद भी देरी से तुर्किए पहुंचेगी। पाकिस्तान की इस हरकत की निंदा ही की जा सकती है कि जब लाखों लोगों को मदद की सबसे ज्यादा जरूरत है, तब वो भारत की तरफ से तुर्किए की मदद के लिए भेजे गए विमान का रास्ता रोक रहा है। खास बात ये भी है कि पाकिस्तान ने अपने पुराने दोस्त तुर्किए को अब तक कोई मदद नहीं भेजी है। मदद भेजने की हालत में पाकिस्तान है भी नहीं, क्योंकि उसके यहां खुद वित्तीय संकट है।

turkiye earthquake 1

इस बीच, तुर्किए में भूकंप के झटके अब भी आ रहे हैं। आज सुबह ही एक बार फिर 5.6 तीव्रता का भूकंप आया। सोमवार को तुर्किए में 7.8 से लेकर 6.1 तीव्रता के तीन भूकंप आए थे। सबसे पहले तड़के आए भीषण भूकंप से यहां हजारों इमारतें धराशायी हो गईं। करीब 5000 लोग मारे गए और हजारों अन्य घायल हुए हैं। तुर्किए में मौत का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने भूकंप की वजह से 32000 से ज्यादा लोगों की मौत की आशंका जता दी है।