नई दिल्ली। मुंबई पुलिस के पूर्व कमिश्नर परमबीर सिंह के एक लेटर की वजह से महाराष्ट्र में सियासी संग्राम मचा हुआ है। बता दें कि परमबीर सिंह ने अपने पत्र में मुंबई पुलिस के बर्खास्त एपीआई सचिन वाजे (Sachin Waze) और राज्य के गृह मंत्री अनिल देशमुख (Anil Deshmukh) को लेकर सनसनीखेज दावा किया था। उन्होंने महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख पर आरोप लगाते हुए कहा गया कि उन्होंने सचिन वाजे से 100 करोड़ रुपये हर महीने कलेक्ट करने को कहा था। इसके बाद महाराष्ट्र में सरकार विरोधी दल पूरी तरह से उद्धव सरकार पर हमला बोले हुए हैं। इसी क्रम में गुरुवार को केंद्रीय मंत्री और आरपीआई नेता रामदास आठवले ने राष्ट्रपति से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपते हुए मांग की है कि, राज्य में स्थिति कंट्रोल के बाहर है और ऐसे में राष्ट्रपति शासन लगाया जाय। उन्होंने कहा कि, महाराष्ट्र में स्थिति बिगड़ती जा रही है, इसको देखते हुए सरकार को बर्खास्त किया जाय।
अठावले ने कहा कि, “मुकेश अंबानी के घर पर विस्फोट की चीजे रखने का काम एक पुलिस अधिकारी करता है इसलिए महाराष्ट्र सरकार को हटाना चाहिए और यहां राष्ट्रपति शासन लागू होना चाहिए जिसके लिए मैंने राष्ट्रपति को एक ज्ञापन दिया है।” उन्होंने कहा कि, राज्य के गृहमंत्री पर संगीन आरोप लगे हैं और सरकार अपने आपको पाक साफ बता रही है।
रामदास आठवले से पहले महाराष्ट्र के पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस ने भी कहा है कि, राज्य के मुखिया उद्धव ठाकरे को शासन करने का अधिकार नहीं है। अच्छा यही होगा कि वो अपने पद से इस्तीफा दे दें।