
मुंबई। चांद पर चंद्रयान-3 के विक्रम लैंडर के उतरने की जगह के नामकरण को लेकर सियासत थमती नहीं दिख रही है। पीएम नरेंद्र मोदी ने शनिवार को बेंगलुरु में इसरो का दौरा करने के वक्त चांद पर लैंडर उतरने की जगह का नाम ‘शिवशक्ति’ रखने का एलान किया था। मोदी ने ये भी एलान किया था कि जहां चंद्रयान-2 गिरा, चांद पर उस जगह को अब ‘तिरंगा’ नाम से जाना जाएगा। मोदी की तरफ से चंद्रयान के जगह का नामकरण करने के बाद सबसे पहले कांग्रेस भड़की थी। कांग्रेस के प्रवक्ता राशिद अल्वी ने सवाल दागा था कि क्या चांद मोदी का है? उन्होंने शिवशक्ति नाम रखने पर भी आपत्ति जताई थी। अब उद्धव ठाकरे के शिवसेना गुट ने भी चांद पर जगह के नामकरण पर सवाल उठाया है।
उद्धव गुट के नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने कहा कि विज्ञान पर किसी धर्म का आचरण ठीक नहीं है। संजय राउत ने कहा कि हम भी हिंदुत्व को मानते हैं, लेकिन चांद पर जगह इसरो की स्थापना करने वाले विक्रम साराभाई के नाम पर होना चाहिए। संजय राउत ने ये भी कहा कि साराभाई और जवाहरलाल नेहरू जैसों की वजह से ही भारत चांद पर पहुंचा है। संजय राउत ने फिर मोदी सरकार पर निशाना साधा और कहा कि विक्रम साराभाई को भारत रत्न देना चाहिए, लेकिन बीजेपी को हर चीज में हिंदुत्व करना होता है। उन्होंने कहा कि कुछ चीजें धर्म से ऊपर भी होती हैं।
फिलहाल चांद पर विक्रम लैंडर के उतरने की जगह के नामकरण को लेकर सियासत के और गरमाने के आसार दिख रहे हैं। वहीं, बीजेपी लगातार पलटवार कर कह रही है कि जब साल 2008 में चंद्रयान-1 का प्रोब चांद की सतह पर गिराया गया था, तब यूपीए की केंद्र सरकार ने उस जगह का नाम जवाहर प्वॉइंट रखा। जबकि, मोदी ने जगह का नाम किसी खास व्यक्ति पर नहीं रखा। बीजेपी की तरफ से विपक्ष पर परिवारवाद का आरोप लगाकर पलटवार किया जा रहा है।