नई दिल्ली। अफगानिस्तान में तालिबान के होते विस्तार के बीच वहां हालात बिगड़ते जा रहे हैं। काबुल में तालिबान का कब्जा होने के बाद वहां के स्थानीय नागरिक देश छोड़कर अपने ही देश से बाहर जा रहे हैं। ऐसे में भारत भी अपनी तरफ से अफगानिस्तान की स्थिति पर नजर बनाए हुए है। बता दें इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सवर्दलीय बैठक बुलाई है। केंद्रीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इसको लेकर जानकारी दी है कि, ये सवर्दलीय बैठक 26 अगस्त को बुलाई गई है, जोकि सुबह 11 बजे होगी। इस बैठक में विदेश मंत्रालय विपक्ष के तमाम सवालों का जवाब देगा। वहीं इस बैठक को लेकर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अपने एक ट्वीट में लिखा, “पीएम नरेंद्र मोदी ने अफगानिस्तान के घटनाक्रम को देखते हुए विदेश मंत्रालय को राजनीतिक दलों के फ्लोर लीडर्स को जानकारी देने का निर्देश दिया है। संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी आगे की जानकारी देंगे।”
In view of developments in Afghanistan, PM @narendramodi has instructed that MEA brief Floor Leaders of political parties.
Minister of Parliamentary Affairs @JoshiPralhad will be intimating further details.
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) August 23, 2021
बता दें कि अफगानिस्तान में बने हालात पर विपक्ष लगातार सवाल उठा रहा था कि आखिर भारत सरकार ने अफगानिस्तान में काफी निवेश कर रखा है। ऐसे में इतने निवेश के साथ जब अफगानिस्तान में तालिबान का कब्जा होने जा रहा है तो इस हालात में मोदी सरकार की क्या रणनीति होने वाली है? बता दें कि इन्हीं सब सवालों का जवाब देने के लिए ही ऑल पार्टी मीटिंग बुलाई जा रही है।
सोमवार को भारत के 146 भारतीय नागरिक कतर की राजधानी से चार अलग-अलग विमानों के जरिये भारत पहुंच गए। इनको अफगानिस्तान से निकाला गया है। बता दें कि इन नागरिकों को अमेरिका और उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) के विमान के जरिए पिछले कुछ दिन में काबुल से दोहा ले जाया गया था। अफगानिस्तान से भारतीयों को वापस लाने के लिए भारत ने अमेरिका, कतर, ताजिकिस्तान और कई अन्य मित्र देशों के साथ समन्वय स्थापित करके लोगों को बाहर निकालने का अभियान चलाया। बता दें कि भारत अब तक अपनी चार उड़ानों के जरिए दो अफगान सांसदों समेत 400 से ज्यादा लोगों को देश वापस ले आया है।