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Rajasthan: राजस्थान के गुर्जर वोटरों को बीजेपी के पाले में करने के लिए PM मोदी मैदान में उतरे, सीएम गहलोत ने भी चल दी चाल
राजस्थान के जयपुर, भीलवाड़ा, टोंक और अजमेर समेत 15 जिलों में गुर्जरों का प्रभुत्व है। गुर्जर वोटर ही यहां हार और जीत तय करते हैं। राजस्थान के पिछले विधानसभा चुनाव में गुर्जरों ने कांग्रेस को वोट दिया था। कांग्रेस के 12 में से 8 विधायक गुर्जर बहुल सीटों से जीते थे। जबकि, बीजेपी के 9 प्रत्याशियों को पराजय का मुंह देखना पड़ा था।
भीलवाड़ा। राजस्थान में इस साल विधानसभा चुनाव होने हैं। इससे पहले यहां के गुर्जर बहुल वोटरों को साधने की कवायद में बीजेपी और कांग्रेस जुट गई हैं। बीजेपी की तरफ से पीएम नरेंद्र मोदी खुद मैदान में उतरे हैं। वहीं, कांग्रेस की तरफ से गुर्जर वोटों को अपने पक्ष में बनाए रखने के लिए राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने कमान संभाली है। राजस्थान के गुर्जर वोटों को बीजेपी के पाले में करने के लिए मोदी आज भगवान श्री देवनारायण की जयंती के मौके पर भीलवाड़ा जा रहे हैं। वो यहां बड़ी जनसभा को संबोधित करेंगे। वहीं, गुर्जर वोटों के लिए मोदी की कोशिश को देखते हुए गहलोत सरकार ने भगवान देवनारायण की जयंती पर सार्वजनिक छुट्टी का एलान किया है। कांग्रेस सरकार में पहली बार ये छुट्टी दी जा रही है।
राजस्थान के जयपुर, भीलवाड़ा, टोंक और अजमेर समेत 15 जिलों में गुर्जरों का प्रभुत्व है। गुर्जर वोटर ही यहां हार और जीत तय करते हैं। राजस्थान के पिछले विधानसभा चुनाव में गुर्जरों ने कांग्रेस को वोट दिया था। कांग्रेस के 12 में से 8 विधायक गुर्जर बहुल सीटों से जीते थे। जबकि, बीजेपी के 9 प्रत्याशियों को पराजय का मुंह देखना पड़ा था। भगवान देवनारायण की जयंती के मौके पर मोदी अब गुर्जर वोटरों को बीजेपी के पाले में लाने की कोशिश कर रहे हैं।
भगवान देवनारायण को आसंदी समुदाय के लोग अपना देवता मानते हैं। आसंदी समुदाय गुर्जरों का ही है। खास बात ये है कि जिस इलाके में पीएम नरेंद्र मोदी आज जनसभा करने वाले हैं, वो गहलोत के विरोधी सचिन पायलट के गढ़ के तौर पर जाना जाता है। सचिन पायलट खुद गुर्जर हैं। वो राजस्थान के दौसा के रहने वाले हैं, लेकिन राजस्थान के गुर्जर बहुल इलाकों में सचिन पायलट की तूती बोलती है। पिछले कुछ समय से सचिन लगातार अपने प्रभुत्व वाले इलाकों का दौरा कर वहां जनसभाएं भी कर रहे हैं।