नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सोमवार को वाराणसी को एक अलग पहचान और विकास की धारा बहाने के लिए कई परियोजनाओं की शुरुआत करेंगे। साथ पीएम मोदी कई परियोजनाओं का उद्घाटन भी करेंगे। गौरतलब है कि पीएम मोदी वर्चुअल तरीके से वाराणसी के लोगों को कई सौगात देंगे। 9 नवम्बर, 2020 को अपने लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी की विभिन्न विकास परियोजनाओं का पीएम मोदी शिलान्यास एवं लोकार्पण वर्चुअल माध्यम से करेंगे। इस कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के जरिए इस आयोजन में शामिल होंगे। बता दें कि वाराणसी पीएम मोदी का संसदीय क्षेत्र है और इस धर्मनगरी का विकास पीएम मोदी की प्राथमिकता में से एक है। पीएम मोदी के इस कार्यक्रम जानकारी आज एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि जनपद वाराणसी में वर्तमान में लगभग 9000 हजार करोड़ रुपये की 135 परियोजनायें निर्माणाधीन हैं। प्रधानमंत्री मोदी लोकसभा में वाराणसी का प्रतिनिधित्व करते हैं। प्रधानमंत्री के साढ़े छः साल के कार्यकाल में वाराणसी में विकास एवं जनकल्याणकारी योजनाओं में कीर्तिमान स्थापित किया गया है। अब तक उनके द्वारा वाराणसी के लिए 8500 करोड़ रुपये लागत की 157 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण किया गया जा चुका है।
बी०एच०यू० कैंसर सेन्टर व लहरतारा कैंसर सेन्टर
वाराणसी जिले में हुए कार्यों की जानकारी को लेकर बताया गया है कि, बी०एच०यू० कैंसर सेन्टर व लहरतारा कैंसर सेन्टर का निर्माण कराया गया है। इन दोनों चिकित्सालयों में अब तक 03 लाख से अधिक रोगियों का इन्वेस्टिगेशन व हजारों रोगियों का रजिस्ट्रेशन, सर्जरी, कीमोथेरेपी, रेडियोथेरिपी व रेडियो डाइग्नोसिस किया जा चुका है। बी०एच०यू० में सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल, 150 शैया का सुपरस्पेशियलिटी ई.एस.आई.सी. अस्पताल बना है। आयुर्वेदिक काॅलेज का निर्माण, जिला महिला चिकित्सालय में 100 शैय्या के मैटरनिटीविंग तथा बी०एच०यू में वैदिक विज्ञान केन्द्र की स्थापना आदि के कार्य हुए।
हस्तकला संकुल एवं व्यापार केन्द्र
विकास कार्यों में पं0 दीन दयाल हस्तकला संकुल एवं व्यापार केन्द्र की स्थापना की गई। वाराणसी में पेयजल एवं जल निकासी के अन्तर्गत ट्रांस वरुणा कार्य, दो बड़े एसटीपी, सीवर एवं पम्पिंग मेन्स के कार्य, नगरीय पेयजल सम्पूर्ति के कार्य, व शहर में 47,272 पेयजल गृह संयोजन के कार्य हुए। साथ ही, ग्रामीण क्षेत्रों में भी 12 गाँवों में पेयजल योजनायें बनीं।
सड़क एवं सेतु निर्माण कार्य
मां गंगा नदी के किनारे बसे इस शहर में सड़क एवं सेतु निर्माण कार्य के अन्र्तगत बाबतपुर-वाराणसी फोरलेन, वाराणसी रिंगरोड फेज-1 चैकाघाट-लहरतारा फ्लाईओवर, बलुवा घाटपर गंगा सेतु, गंगा नदी के सामने घाट पर पुल निर्माण, मण्डुवाडीह रेलवे स्टेशन पर फ्लाईओवर का निर्माण, पंचकोसी मार्ग के चैड़ीकरण एवं सुदृढ़ीकरण का कार्य हुआ। इसके अतिरिक्त अन्य मार्गो के चैड़ीकरण, सुदृढ़ीकरण, सतह सुधार आदि कार्य कराये गये।
जर्जर बिजली तारों का जाल खत्म
शहरभर को तारों के जंजाल से मुक्त कराने के लिए काशी में विद्युत आपूर्ति एवं सुधार में पुरानी काशी एवं नयी काशी में आई0पी0डी0एस0 अन्तर्गत अन्डर ग्राउण्ड केबल डालकर झूलते व जर्जर बिजली तारों का जाल खत्म किया गया। उद्योग एवं रोजगार के अन्तर्गत पं0 दीनदयाल हस्तकला संकुल का निर्माण, 4 लाख लीटर दैनिक क्षमता की डेयरी, अन्तर्राष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान, अटल इन्क्यूबेशन सेन्टर, मालवीय एथिक सेन्टर, मल्टी मोडल टर्मिनल आदि का निर्माण कराया गया।
पर्यटन विकास कार्य कराये गये
धर्मनगरी काशी, पहले से ही पर्यटकों के लिए आकर्षण केंद्र रहा है। ऐसे में अब काशी को और सुव्यवस्थित बनाया गया है। यहां आवास एवं भवन निर्माण में बेसिक सर्विसेज टू अर्बनपूअर व आश्रय योजना में विभिन्न स्थानों/बस्तियों में आवास निर्माण, अवस्थापना सुविधाओं के कार्य कराये गये। हल्दिया-वाराणसी-फूलपुर गैसपाइपलाइन व वाराणसी शहरी गैस वितरण का कार्य हुआ। पर्यटन एवं सौन्दर्यीकरण कार्याें के अन्तर्गत श्री काशी विश्वनाथ मंदिर धाम, मान महल में आभासीय संग्रहालय, सारनाथ आॅडीटोरियम में साज-सज्जा, मारकण्डेय महादेव घाट निर्माण व विभिन्न स्थलों पर प्रकाश व्यवस्था आदि पर्यटन विकास कार्य कराये गये।
सरकारी प्रवक्ता ने वाराणसी में विकास कार्यों को लेकर बताया कि वाराणसी शहर में नगर निगम द्वारा विभिन्न अवस्थापना एवं विकास कार्य कराये गये। इनमें इंटीग्रेटेड कमाण्ड कन्ट्रोल सेन्टर का निर्माण, विभिन्न जलाशयों का सौन्दर्यीकरण, हेरिटेजपोल लाइट, विभिन्न कुण्डों का जीर्णोद्धार, गंगा घाटों का हेरिटेज विकास, विभिन्न पार्को का सुन्दरीकरण आदि प्रमुख हैं। इसके अलावा, जनपद वाराणसी में वर्तमान में लगभग 9000 हजार करोड़ रुपये की सड़क, सेतु निर्माण, स्वास्थ्य एवं चिकित्सा, पेयजल एवं जल निकासी, ऊर्जा, गंगा उद्योग एवं रोजगार, आवास एवं भवन निर्माण, स्मार्टसिटी योजना के अन्तर्गत नगरीय सुविधाओं के विकास की 135 परियोजनायें निर्माणाधीन हंै।