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Innovative: PM मोदी ने किसानों के फायदे के लिए दी ड्रोन की मदद, कम खर्चे पर बाजार में अपना सामान बेचने की खुली राह

मोदी सरकार ने सिर्फ सुरक्षाबलों के लिए ही ड्रोन को सीमित नहीं रखा है। पिछले साल ड्रोन उड़ाने के लिए मोदी सरकार ने नीति बनाई थी। इस नीति के तहत ड्रोन रखने और उसे उड़ाने के लिए लाइसेंस की सुविधा को आसान बनाया गया है।

नई दिल्ली। किसानों और मछुआरों के लिए बजट में घोषित किसान ड्रोन योजना की शुरुआत हो चुकी है। पीएम नरेंद्र मोदी ने एक विशेष कार्यक्रम में भारत के अलग-अलग शहरों और कस्बों में किसान ड्रोन योजना की शुरुआत एक वर्चुअल कार्यक्रम में की। इस कार्यक्रम के तहत अभी छोटे ड्रोन इस्तेमाल किए जा रहे हैं। इनके जरिए किसान अपने खेतों और बागों में कीटनाशक छिड़कने वगैरा का काम ले सकेंगे। प्रोजेक्ट के तहत गरुड़ कंपनी के ड्रोन का इस्तेमाल हो रहा है। बाद में कंपनी बड़े ड्रोन भी बनाएगी और उनके जरिए किसान और मछुआरे अपने उत्पाद को घर पर बैठकर ही बाजार तक कम लागत पर पहुंचा सकेंगे। अब तक किसानों को अपना उत्पाद मंडी तक ले जाने के लिए ट्रकों और ट्रैक्टर ट्रॉली को किराए पर लाना पड़ता था।

modi drone

किसान ड्रोन सुविधा की शुरुआत करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि ड्रोन सेक्टर का विकास होगा और किसानों को नई सुविधाएं मिलेंगी। उन्होंने कहा कि गरुड़ एयरोस्पेस अगले दो साल में 1 लाख ड्रोन बनाने का लक्ष्य रखा है। इससे रोजगार के साधन भी तैयार होंगे। उन्होंने कहा कि देश के लिए ये समय युवा भारत का समय है। उन्होंने कहा कि देश में जो भी बदलाव हो रहे हैं, उससे निजी क्षेत्र और युवाओं को मजबूती मिली है। मोदी ने कहा कि हमने ड्रोन को लेकर पैदा की गई आशंकाओं को दूर किया। पीएम ने कहा कि ड्रोन का कितना बढ़िया इस्तेमाल हो रहा है और अब किसानों को भी ड्रोन के जरिए काफी फायदा मिलेगा। किसान ड्रोन से बड़े ड्रोन से किसान अपने खेतों से सब्जियां, फल वगैरा बाजार भेज सकेंगे। उन्होंने कहा कि किसान जब ड्रोन का इस्तेमाल करेंगे, तो कम लागत में बाजार तक अपना उत्पाद भेजकर फायदा भी उठा सकेंगे।

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किसान ड्रोन योजना के तहत पूरे देश के किसानों को ड्रोन तकनीकी की मदद से काफी फायदा होगा। बता दें कि मोदी सरकार ने सिर्फ सुरक्षाबलों के लिए ही ड्रोन को सीमित नहीं रखा है। पिछले साल ड्रोन उड़ाने के लिए मोदी सरकार ने नीति बनाई थी। इस नीति के तहत ड्रोन रखने और उसे उड़ाने के लिए लाइसेंस की सुविधा को आसान बनाया गया है। रेड जोन और नो फ्लाई जोन के अलावा ड्रोन अब देश में कहीं भी उड़ाए जा सकते हैं। इसके अलावा पहले ड्रोन को विदेश से आयात करना होता था, लेकिन अब भारत में ही तमाम कंपनियां ड्रोन बना रही हैं। भारतीय ड्रोन अब सेना के साथ किसानों के फायदे के लिए भी इस्तेमाल किए जाएंगे।