नई दिल्ली। हिंदुस्तानी सियासत में परिवारवाद की राजनीति को लेकर हमेशा से ही बहस छिड़ी रही है और इसे लेकर सर्वाधिक निशाने पर कांग्रेस रही है। कांग्रेस पर हमेशा से ही परिवारवाद के रवायत को शबाब पर पहुंचाने की तोहमतें लगतीं रहीं हैं। हालांकि, देश की सबसे पुरानी पार्टी मुख्तलिफ मसलों का सहारा लेकर अपने ऊपर लगे इन तोहमतों से अपना पीछा छुड़ाने की बेशुमार कोशिशें करती रही, लेकिन अफसोस आज तक उसके हत्थे कामयाबी नहीं लगी। अब इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश समेत पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के मद्देनजर पीएम मोदी ने न्यूज एजेंसी एएनआई को दिए अपने इंटरव्यू में बिना लिए कांग्रेस पर परिवारवाद को लेकर जोरदार हमला बोला है। आइए , आपको आगे की रिपोर्ट में बताते हैं कि चुनाव से पहले दिए अपने पहले इंटरव्यू में उन्होंने परिवारवादी पार्टियों के संदर्भ में क्या कुछ कहा है।
पीएम ने कांग्रेस के परिवारवादी राजनीति पर कड़ा प्रहार करते हुए कहा कि, परिवारवादी पार्टियां लोकतंत्र की सबसे बड़ा दुश्मन है। जब परिवार ही सर्वोपरि होता है, परिवार को बचाओ पार्टी बचे न बचे, देश बचे न बचे। ये जब होता है तो सबसे बड़ा नुकसान प्रतिभा को होता है। सार्वजनिक जीवन में जितनी अधिक प्रतिभा आए वो जरूरी है। इसके अलावा उन्होंने कांग्रेस के संदर्भ में कहा कि कुछ नेता निजी स्वार्थ के लिए विविधता को एक दूसरे से साथ विरोध के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं। पिछले 50 साल उन्होंने यही किया है, हर बात पर देश को बांटों और राज करो।
परिवारवादी पार्टियां लोकतंत्र का सबसे बड़ा दुश्मन है। जब परिवार ही सर्वोपरि होता है, परिवार को बचाओ पार्टी बचे न बचे, देश बचे न बचे। ये जब होता है तो सबसे बड़ा नुकसान प्रतिभा को होता है। सार्वजनिक जीवन में जितनी अधिक प्रतिभा आए वो जरूरी है: PM मोदी pic.twitter.com/kpSmqram2g
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 9, 2022
इससे पहले उन्होंने संसद के बजट सत्र में भी कांग्रेस की परिवारवादी राजनीति पर हमला बोला था। उन्होंने कहा था कि परिवारवादी राजनीति की वजह से पहले अगर किसी का दोहन होता है, तो वो प्रतिभा है। कोई गुरेज नहीं यह कहने और समझने कि उन्होंने सीधा अपने उक्त बयान के सहारे कांग्रेस को निशाने पर लिया है। इसके अलावा उन्होंने परिवारवादी राजनीति के इतर कई मसलों को लेकर राय रखी है। खास बात यह रही कि जिन मसलों को लेकर विपक्षी दलों की तरफ से पीएम मोदी की चुप्पी पर सवाल उठाते आ रहे थे, उसे लेकर भी पीएम मोदी ने अपने इंटरव्यू में अपने विचार व्यक्त किए हैं। गौरतलब है कि यह इंटरव्यू उन्होंने ऐसे वक्त में दिया है, जब उत्तर प्रदेश में आगामी 10 फरवरी से विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं और नतीजों की घोषणा आगामी 10 मार्च को होने जा रही है। ध्यान रहे कि सात चरणों में ये चुनाव होने जा रहे हैं। अब ऐसे में सभी नतीजों के दिन का इंतजार है, जब यह पता चलेगा कि सूबे में सत्ता का ऊंट किस करवट बैठने जा रहा है।