नई दिल्ली। नागरिकता संशोधन कानून बनने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज पहली बार पूर्वोत्तर के दौरे पर जा रहे हैं। पीएम मोदी असम के कोकराझार जा रहे हैं, जहां बोडो समझौते को लेकर आयोजित कार्यक्रम में वह शिरकत करेंगे। पीएम का दोपहर 12.30 बजे कोकराझार में एक रैली को भी संबोधित करने कार्यक्रम है। इसमें करीब पांच लाख लोगों के शामिल होने की संभावना है और यह अब तक का सबसे बड़ा आयोजन होगा। उससे पहले वहां स्वागत की तैयारी जबरदस्त है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वागत के लिए कोकराझार तैयार है। पूरे शहर में मानो उत्सव का माहौल है। बीती रात असम का ये शहर लाखों दीये से ऐसे रोशन हुआ, मानो दीवाली आ गई हो।
Assam: People from Bodo community in their traditional attire, gather in Kokrajhar ahead of Prime Minister Narendra Modi’s public meeting today. #BodoPeaceAccord https://t.co/8sFMtnx7x0 pic.twitter.com/gheC4ktq1a
— ANI (@ANI) February 7, 2020
प्रधानमंत्री मोदी बोडो समझौते की खुशी में आयोजित कार्यक्रम में शिरकत करने कोकराझार आ रहे हैं। पीएम के स्वागत में जगह-जगह बड़े बैनर लगाए गए हैं। असम के विभिन्न जनजाति समूहों के कलाकार पीएम के स्वागत में सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश करेंगे।
Assam: Posters welcoming Prime Minister Narendra Modi put up in Kokrajhar, where he will address a public meeting today, at an event to celebrate the signing of the Bodo Agreement. #BodoPeaceAccord pic.twitter.com/6sQIameBID
— ANI (@ANI) February 7, 2020
बता दें कि अभी ज्यादा दिन नहीं हुए जब पीएम मोदी को सीएए को लेकर भड़के आक्रोश की वजह से असम में जापानी प्रधानमंत्री शिंजो आबे के साथ शिखर सम्मेलन को रद्द करना पड़ा था, लेकिन केंद्र सरकार के एक अन्य फैसले ने तस्वीर पूरी तरह बदल दी है। कोकराझार में लोगों ने अपनी खुशी जाहिर करते हुए गुरुवार को सड़कों और गलियों में मिट्टी के दीए जलाए।
Lovely and lively!
Gratitude to my sisters and brothers of Kokrajhar. https://t.co/LqosTe51ti
— Narendra Modi (@narendramodi) February 6, 2020
गौरतलब है कि गृह मंत्री अमित शाह की मौजूदगी में 27 जनवरी को बोडो समझौते पर हस्ताक्षर किया गया था। समझौते के दो दिन के भीतर नेशनल डेमोक्रेटिक फ्रंट ऑफ बोडोलैंड के अलग-अलग गुटों के करीब 1615 उग्रवादी अपने हथियार डाल कर मुख्यधारा में शामिल हो चुके हैं। समझौते के तहत क्षेत्र के विकास के लिए करीब 1500 करोड़ रुपये का विशेष पैकेज रखा गया है। इस मौके पर पूर्वोत्तर के कई राज्यों के सीएम मौजूद रह सकते हैं।