नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 7 दिसंबर को सीएम योगी के गढ़ गोरखपुर का दौरा करने वाला है। ये 20 दिन के अंदर उनका चौथा दौरा होगा। इस दौरान पीएम गोरखपुर नगरी को कई तोहफे देने वाले हैं। साथ ही 9600 करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाएं राष्ट्र को समर्पित भी करेंगे। गोरखपुर में 30 साल से ज्यादा समय तक बंद रहा गोरखपुर उर्वरक संयंत्र फिर से शुरू होने वाला है। ये सीएम योगी के प्रयास से हुआ है।
देश में यूरिया के उत्पादन में आत्मनिर्भरता हासिल करने के पीएम ते विजन से प्रेरणा लेकर इस बड़े कारखाने को फिर से शुरू किया जा रहा है। इस परियोजना का लाभ पूर्वांचल और इसके आस-पास के किसानों को होगा।
पीएम मोदी ने गोरखपुर उर्वरक संयंत्र की आधारशिला 22 जुलाई 2016 को रखी थी। 30 साल से ज्यादा से बंद रहने के बाद इसे फिर से इस्तेमाल में लाया जाएगा। बता दें कि इसका निर्माण 8600 करोड़ की लागत से किया गया है। ये कारखाना स्वदेशी नीम कोटेड यूरिया का सालाना 12.7 एलएमटी उत्पादन करेगा। ये आर्थिक विकास को भी बढ़ाएगा।
इस परियोजना को हिंदुस्तान उर्वरक और रसायन लिमिटेड के नेतृत्व में स्थापित किया गया है। ये नेशनल थर्मल पावर कॉरपोरेशन, कोल इंडिया लिमिटेड, इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन लिमिटेड की संयुक्त उपक्रम कंपनी है। जो गोरखपुर, सिंदरी और बरौनी उर्वरक संयंत्रों के पुनरुद्धार पर काम कर रही है।
इसके अलावा पीएम मोदी एम्स गोरखपुर के परिसर को भी देश को समर्पित करेंगे। जो 1,000 करोड़ रुपये से ज्यादा लागत में तैयार किया गया है। बता दें कि इस परिसर की आधारशिला पीएम मोदी ने साल 2016 में 22 जुलाई को रखी थी।