नई दिल्ली। सत्ता की कुंजी अपने हाथों में लेने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक नारा दिया था। उस नारे का नाम था सबका साथ सबका विकास। इस नारे के जरिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीजेपी की मुस्लिम विरोधी छवि को ध्वस्त करने की कोशिश की थी। काफी हद तक कह सकते हैं कि प्रधानमंत्री को इस दिशा में सफलता मिली भी थी, लेकिन इसके बाद मोदी विरोधी गैंग कुछ इस कदर सक्रिय हुआ कि फिर से बीजेपी की मुस्लिम विरोधी छवि विकसित करने की कोशिश की जा रही है। हालांकि, 2019 के चुनाव में मोदी विरोधी गैंग की यह कोशिश नाकाम रह चुकी है। वहीं, 2024 के चुनाव से पहले यह कोशिश कितनी सफल हो पाती है। देखना दिलचस्प रहेगा, लेकिन उससे पहले ही प्रधानंमत्री अपने विरोधियों के मंसूबों पर पानी फेरने की कोशिश में जुट चुके हैं।
वे लगातार लोगों के बीच यह संदेश प्रचारित करने की कोशिश कर रहे हैं कि उनकी सरकार सबका साथ सबका विकास के कथन को चरितार्थ करने की दिशा में सक्रिय है। इसी दिशा में आज उन्होंने मुस्लिम वर्ल्ड लीग के महासचिव शेख डॉ. मोहम्मद बिन अब्दुलकरीम अल-इस्सा से मुलाकात की। दोनों के बीच मुख्तलिफ मुद्दों पर विस्तार से चर्चा हुई। सूत्रों के मुताबिक, दोनों के बीच भारत में मुस्लिमों की स्थिति, चुनाव में भागीदारी, मुस्लिम के उत्थान सहित अन्य गंभीर विषयों पर विस्तारपूर्वक चर्चा हुई है। अब इस चर्चा का आगामी दिनों में राजनीतिक गलियारों में क्या कुछ असर पड़ता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी, लेकिन उससे पहले आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पहले भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल की शेख डॉ. मोहम्मद बिन अब्दुलकरीम अल-इस्सा से मुलाकात हुई। बता दें कि मुलाकात के दौरान डोभाल ने स्पष्ट कर दिया था कि भारत में सभी लोगों को अपने धर्म की वीधियों का अनुपालन करने की संपूर्ण स्वतंत्रता है।
في مستهل زيارته للهند ملتقياً خلالها كافة المكونات الهندية:
استقبل دولة رئيس الوزراء الهندي السيد ناريندرا مودي صباح اليوم معالي الأمين العام الشيخ د. #محمد_العيسى، جرى خلال اللقاء استعراض عدد من الموضوعات من بينها التنوع الهندي في إطار دستوره الوطني بمبادئه الحضارية. pic.twitter.com/9lZwYQ8Ig1— رابطة العالم الإسلامي (@MWLOrg) July 11, 2023
ऐसा करके डोभाल वैश्विक मंच पर एक्टिव मोदी विरोधी गैंग को संदेश देने की कोशिश की है, जो कि लगातार यह बताने की कोशिश कर रहे हैं कि भारत में मुस्लिमों की स्थिति दयनीय है। बता दें कि बीते दिनों पीएम मोदी से अमेरिका में पाकिस्तानी मूल की एक अमेरिकी पत्रकार द्वारा में भारत मुस्लिमों के कथित उत्पीड़न सहित लोकतांत्रिक मूल्यों कों लेकर सवाल किया गया था, जिसका उन्होंने माकूल जवाब दिया था।