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Neighbor First: भारत-नेपाल रिश्तों में आज जुड़ रहा नया पन्ना, PM मोदी और देउबा दिखाएंगे ट्रेन को हरी झंडी

ट्रेन का दोनों वर्चुअल तरीके से उद्घाटन करेंगे। मुख्य कार्यक्रम जयनगर में हो रहा है। ट्रेन पर नेपाल रेलवे का नियंत्रण होगा। इस ट्रेन से सिर्फ भारत और नेपाल के नागरिक वैध आईडी दिखाकर यात्रा कर सकेंगे। जयनगर से नेपाल के कुर्था के बीच चलने वाली इस ट्रेन का परिचालन बाद में वर्दीवास तक किए जाने की योजना है।

नई दिल्ली। भारत और नेपाल के प्राचीन दोस्ताना रिश्तों में आज एक और खास पन्ना जुड़ने जा रहा है। भारत और नेपाल के बीच आज से ट्रेन सेवा शुरू हो रही है। पीएम नरेंद्र मोदी और नेपाल के मेहमान पीएम शेर बहादुर देउबा आज इस ट्रेन को हरी झंडी दिखाएंगे। ट्रेन का दोनों वर्चुअल तरीके से उद्घाटन करेंगे। मुख्य कार्यक्रम जयनगर में हो रहा है। ट्रेन पर नेपाल रेलवे का नियंत्रण होगा। इस ट्रेन से सिर्फ भारत और नेपाल के नागरिक वैध आईडी दिखाकर यात्रा कर सकेंगे। जयनगर से नेपाल के कुर्था के बीच चलने वाली इस ट्रेन का परिचालन बाद में वर्दीवास तक किए जाने की योजना है। ट्रेन के लिए पूरा ट्रैक बिछाने और इंजन और कोच देने का काम भी भारत ने किया है।

train

रेलवे प्रशासन के मुताबिक पहली ट्रेन दोनों देशों के रेलवे अफसरों को लेकर जयनगर से कुर्था जाएगी। कल यानी रविवार से भारत और नेपाल के लोग इस पर यात्रा कर सकेंगे। ट्रेन के लिए नेपाल रेलवे को कोंकण रेलवे ने दो रैक दिए हैं। नेपाल के रेलकर्मियों के साथ कोंकण रेलवे के ड्राइवर मिलकर ट्रेन चलाएंगे। कोंकण रेलवे इस ट्रेन को चलाने की ट्रेनिंग अगले 6 महीने तक देगी। रेलवे बोर्ड के मुताबिक भारत और नेपाल के लोग अपनी सरकारों की ओर से जारी किसी भी आईडी को दिखाकर इस ट्रेन के लिए टिकट खरीद सकेंगे। अन्य देशों के यात्रियों के लिए इस ट्रेन का टिकट नहीं दिया जाएगा। उन्हें सड़क मार्ग से ही नेपाल जाना होगा।

Indian Train

बता दें कि इससे पहले साल 2014 तक जयनगर से नेपाल के जनकपुर तक ट्रेन चलती थी। भारत ने 2010 में मैत्री योजना के तहत जयनगर के नेपाल के वर्दीवास तक नैरो गेज ट्रेन की ट्रैक को मीटर गेज में बदलने के लिए 548 करोड़ रुपए दिए थे। साल 2012 में जयनगर से ये काम शुरू हुआ। तीन चरणों में पूरी योजना को लागू करना है। पहले चरण के तहत 34.5 किलोमीटर की रेलवे लाइन पर जुलाई 2021 में ट्रेन चलाकर स्पीड ट्रायल किया गया था। अगले दो साल में वर्दीवास तक भी ये ट्रेन जाने लगेगी।