मैनपुरी। यूपी के मैनपुरी जिले के किशनी थाना इलाके में शनिवार को दावत के बहाने धर्म परिवर्तन कराने का मामला सामने आने पर पुलिस की टीम पहुंची। इस टीम पर हमला किया गया। आरोप है कि कई लोगों को बंधक भी बनाया गया। मामला रामनगर चौकी क्षेत्र के नगला बख्ती गांव का है। सूत्रों के मुताबिक पुलिसवालों को भागकर अपनी जान बचानी पड़ी। हिंदू जागरण मंच ने ग्रामीणों और नामजदों पर फायरिंग और बंधक बनाने का आरोप लगाया है। पुलिस के मुताबिक नगला बख्ती गांव में शनिवार को मेवाराम नाम के शख्स ने दावत रखी थी। पुलिस को पता चला कि यहां धर्म बदलवाया जा रहा है। इस पर पुलिस की एक टीम गांव में पहुंची।
दारोगा सत्यभान सिंह के नेतृत्व में गांव पहुंची पुलिस टीम ने धर्म परिवर्तन पर पूछताछ शुरू ही की थी कि कुछ लोगों ने अभद्रता की और फिर पुलिस की टीम पर हमला कर दिया। स्थानीय पुलिस के मुताबिक धर्म परिवर्तन कराने का आरोपी मेवाराम कन्नौज के थाना इंदरगढ़ का रहने वाला है। उसकी उम्र 71 साल है। वो नगला बख्ती गांव की पूर्व प्रधान प्रेमा देवी का मामा है। एक अखबार के मुताबिक ग्रामीण भी दबी जुबान से मेवाराम पर धर्म परिवर्तन को बढ़ावा देने का आरोप लगा रहे हैं। वहीं, मेवाराम का कहना है कि वो तो अपने जन्मदिन पर दावत दे रहा था।
धर्मांतरण रोकने गई पुलिस टीम पर हमले के बाद हिंदू जागरण मंच के स्थानीय अध्यक्ष जयप्रकाश सिंह ने थाने पर तहरीर दी है। उन्होंने तहरीर में कहा है कि धर्म परिवर्तन का विरोध करने वाले हिंदूवादी गांव पहुंचे, तो फायरिंग और पथराव हुआ। जयप्रकाश ने आरोप लगाया है कि उनके साथी रामप्रताप सेंगर और कुछ अन्य को बंधक बनाकर जान से मारने की कोशिश हुई। किशनी थाने के प्रभारी धर्मेंद्र कुमार का कहना है कि तहरीर मिली है और जांच के बाद दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी। पूरी घटना का ब्योरा मैनपुरी के एसपी को भी दिया गया है।