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Delhi-NCR Pollution: बारिश से अभी दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण कम, लेकिन इस कारण कल से फिर हवा हो सकती है भयानक जहरीली!

वहीं, लगातार बढ़ते प्रदूषण पर सुप्रीम कोर्ट से दिल्ली और अन्य राज्यों की सरकारों को लगी फटकार के बाद नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल यानी एनजीटी ने भी अपने तेवर सख्त किए हैं। एनजीटी ने दिल्ली और एनसीआर में एक्यूआई से जुड़ी रिपोर्ट देखी और इसमें अलग-अलग सरकारी एजेंसियों के दावों पर सवाल उठाए।

नई दिल्ली। दिवाली से ठीक पहले दिल्ली और एनसीआर में हुई बारिश से प्रदूषण में काफी कमी आई है। दिल्ली और एनसीआर में आज सुबह एयर क्वालिटी इंडेक्स यानी एक्यूआई औसतन 250 के करीब रहा। शुक्रवार को दिल्ली और आसपास एक्यूआई औसतन 300 था। आज सुबह दिल्ली के आनंद विहार में एक्यूआई 263, आरके पुरम में 242, पंजाबी बाग में 229 और आईटीओ में 224 रहा। हालांकि, दिल्ली और एनसीआर के लोगों को बीते गुरुवार और शुक्रवार को हुई बारिश से प्रदूषण में जो राहत मिली है, वो दिवाली के बाद यानी सोमवार से फिर दिक्कत पैदा कर सकती है। इसकी वजह मौसम है। दिल्ली और एनसीआर में मौसम के बदलने से एक बार फिर प्रदूषण का स्तर ऊपर जाने के पूरे आसार हैं। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड का कहना है कि सोमवार से फिर उत्तर-पश्चिम दिशा से हवा चलेगी। इस वजह से अब फिर दिल्ली और एनसीआर में एक्यूआई 400 से ज्यादा पर पहुंच सकता है। बोर्ड के मुताबिक सोमवार और मंगलवार को दिल्ली-एनसीआर में एक्यूआई गंभीर स्थिति में पहुंच सकता है।

वहीं, लगातार बढ़ते प्रदूषण पर सुप्रीम कोर्ट से दिल्ली और अन्य राज्यों की सरकारों को लगी फटकार के बाद नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल यानी एनजीटी ने भी अपने तेवर सख्त किए हैं। एनजीटी ने दिल्ली और एनसीआर में एक्यूआई से जुड़ी रिपोर्ट देखी और इसमें अलग-अलग सरकारी एजेंसियों के दावों पर सवाल उठाए। एनजीटी ने कहा है कि जमीनी स्तर पर नतीजे बहुत ही असंतोषजनक हैं। एनजीटी ने कहा है कि प्रदूषण को रोकने के लिए एजेंसियों को फिर से रणनीति बनानी चाहिए। 20 नवंबर को एनजीटी एक बार फिर सुनवाई करेगा। उस दिन तक सभी सरकारी एजेंसियों को एक्यूआई को ठीक करने के लिए पुख्ता हल देना होगा। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और सीएक्यूएम को एनजीटी ने एक्शन टेकन रिपोर्ट यानी एटीआर देने के लिए कहा गया है।

दिल्ली और एनसीआर में बीते दिनों वायु प्रदूषण भयानक स्तर पर पहुंच गया था। कई दिन तो ऐसा भी हुआ कि एक खास इलाके में एक्यूआई 999 के स्तर पर पहुंच गया। लगातार कई दिन तक एक्यूआई 400 से ऊपर रहा। प्रदूषण को रोकने के लिए सरकार ने ग्रैप GRAP 4 तक को लागू किया। तमाम कड़े फैसले किए, लेकिन प्रदूषण नहीं रुका था। इस मामले में सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने साफ निर्देश दिए थे कि पंजाब समेत जिन राज्यों में पराली जलाई जा रही है, उसे तत्काल रोका जाए। सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस संजय किशन कौल ने नाराजगी जताते हुए ये तक कह दिया था कि अगर तत्काल पराली जलाने और प्रदूषण दूर करने पर एक्शन नहीं लिया जाता, तो कोर्ट ऐसा बुलडोजर चलाएगा जो रुकेगा नहीं।