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West Bengal Violence: ‘बंगाल में हिंसा के जिम्मेदार सियासी कंट्रोल रूम से निपटेंगे’, गवर्नर के बयान से ममता सरकार पर केंद्र के सख्त एक्शन के संकेत!

दिल्ली से कोलकाता लौटने के बाद गवर्नर ने कहा कि हम उन लोगों के खिलाफ सख्त कदम उठाएंगे, जो सियासी कंट्रोल रूम में बैठकर अपने गुंडों को रिमोट कंट्रोल से चला रहे हैं। गवर्नर सीवी आनंद बोस ने कहा कि ऐसे तत्वों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में हिंसा से भावी पीढ़ी को नुकसान पहुंच रहा है।

कोलकाता। पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव के दौरान हुई जबरदस्त हिंसा पर क्या केंद्र सरकार राज्य में सत्तारूढ़ ममता बनर्जी सरकार के खिलाफ सख्त कदम उठाने वाली है? बंगाल के गवर्नर सीवी आनंद बोस के ताजा बयान के बाद ये सवाल उठ रहा है। दिल्ली से कोलकाता लौटने के बाद गवर्नर ने कहा कि हम उन लोगों के खिलाफ सख्त कदम उठाएंगे, जो सियासी कंट्रोल रूम में बैठकर अपने गुंडों को रिमोट कंट्रोल से चला रहे हैं। गवर्नर सीवी आनंद बोस ने कहा कि ऐसे तत्वों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में हिंसा से भावी पीढ़ी को नुकसान पहुंच रहा है। गवर्नर ने ये भी कहा कि नई पीढ़ी के लिए हम पश्चिम बंगाल को सुरक्षित जगह बनाएंगे।

cv ananda bose

गवर्नर सीवी आनंद बोस ने मीडिया से कहा कि बंगाल में लगातार बढ़ती हिंसा से निपटने के लिए जंग जारी रहेगी। उन्होंने चेतावनी के लहजे में कहा कि जो भी हिंसा कर रहे हैं, वो पछताएंगे कि आखिर पैदा क्यों हुए। गवर्नर ने कहा कि सभी पक्ष गुंडों और कानून तोड़ने वालों के खिलाफ सख्त एक्शन लेंगे। इससे पहले पश्चिम बंगाल के गवर्नर ने दिल्ली में सोमवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद कहा था कि हर अंधेरी सुरंग के बाद उजाला होता है। अंधेरे के बाद ही दिन का उजाला निकलता है। गवर्नर सीवी आनंद बोस इससे पहले पंचायत चुनाव के दौरान जिन जगहों पर हिंसा हुई, वहां का दौरा भी कर चुके हैं। गवर्नर सीवी आनंद बोस ने इससे पहले भी बंगाल में हिंसा पर चिंता जताई थी। उन्होंने हिंसा की शिकायतों को सुनने के लिए राजभवन में कंट्रोल रूम भी खोल रखा है।

पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव के एलान के बाद से ही जमकर हिंसा हुई। चुनाव से पहले अलग-अलग पार्टियों के 18 लोग मारे गए। वहीं, चुनाव वाले दिन भी हिंसा की घटनाओं में 15 लोगों की जान गई। जगह-जगह बमबाजी और पथराव हुआ। कट्टा लेकर लोग हिंसा करते नजर आए। तमाम जगह बैलेट बॉक्स पानी में फेंक दिए गए और बैलेट पेपरों को फाड़ा और आग के हवाले किया गया। बीजेपी, कांग्रेस और सीपीएम ने हिंसा का ठीकरा सत्तारूढ़ ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी पर फोड़ा है। वहीं, टीएमसी का कहना है कि सबसे ज्यादा उसी के लोग मारे गए हैं। बंगाल में इससे पहले 2021 के विधानसभा चुनाव के दौरान और बाद में भी जमकर हिंसा हुई थी। तब भी तमाम लोगों को जान से हाथ धोना पड़ा था।