नई दिल्ली। केंद्र सरकार द्वारा संसद का विशेष सत्र बुलाए जाने के बाद राजनीति गरमा गई है। कांग्रेस ने सवाल उठाते हुए कहा कि जब नवंबर-दिसंबर में शीतकालीन सत्र में होना ही है, तो विशेष सत्र बुलाने की आवश्यकता क्यों पड़ी? बता दें कि केंद्र सरकार ने 18 से 22 सितंबर तक संसद का विशेष सत्र बुलाया है। इस दौरान 10 विेधेयक पेश किए जाएंगे व कई बैठकें भी होंगी। खबर है कि विशेष सत्र के दौरान महिला विधेयक, यूसीसी सहित अन्य अहम बिल पेश किए जाएंगे। सत्र शुरू होने से पहले सर्वदलीय बैठक और संपन्न होने के बाद कैबिनेट बैठक होगी। जिसमें कई अहम फैसले लिए जाएंगे। इस बीच यूसीसी को लेकर भी चर्चा का बाजार गुलजार है। दरअसल, उत्तराखंड सरकार यूसीसी को लेकर मसौदा तैयार कर चुकी है, जिसे अब सदन में पेश किया जा सकता है, लेकिन जिस तरह केंद्र ने विशेष सत्र आहूत कर सबको चौंकाया है, उस पर विपक्ष केंद्र सरकार पर हमलावर हो चुकी है।
Special Session of Parliament (13th Session of 17th Lok Sabha and 261st Session of Rajya Sabha) is being called from 18th to 22nd September having 5 sittings. Amid Amrit Kaal looking forward to have fruitful discussions and debate in Parliament.
ಸಂಸತ್ತಿನ ವಿಶೇಷ ಅಧಿವೇಶನವನ್ನು… pic.twitter.com/k5J2PA1wv2
— Pralhad Joshi (@JoshiPralhad) August 31, 2023
कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि हमें इस बारे में कोई जानकारी नहीं मिली है। वो तो मीडिया के माध्यम से हमें पता लगा कि सरकार ने विशेष सत्र बुलाया है। यह सरकार अपने तरीके से काम कर रही है। मुझे तो यह समझ में नहीं आ रहा है कि जब कुछ महीने बाद शीतकालीन सत्र शुरू होने ही वाला है, तो विशेष सत्र बुलाने की आवश्कयकता क्यों पड़ी? अभी हाल ही में मानसून सत्र भी संपन्न हुआ है। ध्यान दें, ऐसा विरले ही होता है, जब विेशेष सत्र बुलाया जाता है। वहीं, अब सरकार द्वारा बुलाया गया यह विशेष सत्र काफी अहम हो जाता है, क्योंकि लोकसभा चुनाव भी मुहाने पर दस्तक दे चुका है। बीते दिनों ममता बनर्जी और नीतीश कुमार इस बात की आशंका व्यक्त कर चुके हैं कि दिसंबर माह में चुनाव हो सकते हैं। ध्यान दें, यह विशेष सत्र नए संसद भवन में होगा।
उधर, बीजेपी की ओर से मोर्चा संभालते हुए जफर इस्लाम ने कहा कि आज की तारीख में देश आगे बढ़ रहा है। भारत हर क्षेत्र में नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा है। उन्होंने कहा कि पिछला सत्र हंगामेदार रहा था, जिसकी वजह से कई विधेयक पेश नहीं हो पाए थे, जिसे ध्यान में रखते हुए यह सत्र विशेष सत्र बुलाया गया है। वहीं, माना जा रहा है कि इस विशेष सत्र के दौरान यूसीसी को भी पेश किया जाएगा। उधर, जब संसद का विशेष सत्र बुलाया गया है, तब तक जी-20 की बैठक संपन्न हो चुकी होगी, जिसे लेकर भी प्रधानमंत्री अपना धन्यवाद देंगे। इसके अलावा विपक्ष इस सत्र के दौरान केंद्र सरकार पर हमलावर हो सकती है। माना जा रहा है कि चीन द्वारा जारी किए गए नक्शे को लेकर विपक्ष केंद्र पर हमलावर हो सकती है। सनद रहे कि बीते दिनों चीन ने नक्शा जारी किया था, जिसमें उसने अरुणाचल प्रदेश और अक्साई चिन को अपने देश का हिस्सा बताया था। जिसे लेकर विपक्ष केंद्र पर हमलावर हो चुकी है। बहरहाल, अब आगामी दिनों संसद का विशेष सत्र कैसा रहता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।