नई दिल्ली। दिल्ली के मंगलोपुरी इलाके में रिंकू शर्मा की हत्या के बाद दिल्ली में अब धार्मिक स्थलों पर लाउडस्पीकर के जरिए होने वाले शोर को लेकर बड़ा फैसला हुआ है। बता दें कि धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकर से आने वाली आवाजों से लोगों को परेशानी होने की शिकायतें आ रही थीं। लेकिन अब इससे निपटने को लेकर दिल्ली के द्वारका में उदाहरण पेश किया गया है। बता दें कि द्वारका में धार्मिक स्थलों पर अब शोर तय मानकों से अधिक नहीं हो सकेगा। इसके तहत फैसला किया गया है कि, इस नियम का पालन सख्ती से नहीं बल्कि आपसी सहयोग से कराया जाएगा। बता दें कि धार्मिक स्थलों पर लाउड स्पीकर के शोर पर नजर रखने के लिए अब पुलिस थानों में नॉइज लेवल मीटर इंस्ट्रूमेंट भी आ गए हैं। दरअसल राजधानी दिल्ली में रिंकू शर्मा की हत्या के बाद दिल्ली पुलिस ने द्वारका में कई अलग-अलग धर्मों के बीच एकता बनाए रखने के लिए सोमवार को अमन समितियों की एक मीटिंग बुलाई थी। इसी बैठक में इस तरह का फैसला लिया गया।
बता दें कि इस मीटिंग में सभी धर्मों के लोग शामिल हुए और आपसी सद्भाव बनाए रखने पर सहमित दी। वहीं धार्मिक स्थलों से तय मानकों से अधिक ध्वनि प्रदूषण होने पर भी चर्चा हुई। इस बैठक में सभी धर्मों के लोगों ने इस बात को माना कि धार्मिक स्थलों पर ध्वनि प्रदूषण नियमों के मुताबिक ही होना चाहिए।
हालांकि विशेष आयोजन के दौरान इसकी सूचना पहले से ही देनी होगी। वहीं पुलिस अधिकारियों ने लोगों को मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारा समेत कमर्शियल, इंडस्ट्रियल और रेजिडेंशियल इलाके में ध्वनि प्रदूषण के मामलों की जानकारी भी दी।