नई दिल्ली। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के कानपुर स्थित अपने जन्मस्थान रेल यात्रा करते हुए पहुंचेंगे। बता दें कि यह 15 सालों में पहली बार होगा कि कोई राष्ट्रपति रेलयात्रा करेगा। इससे पहले देश के पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम ने विशेष ट्रेन की यात्रा की थी। वो दिल्ली से देहरादून भारतीय सैन्य अकादमी की पासिंग आउट परेड में शामिल होने गए थे। वहीं रामनाथ कोविंद की रेल यात्रा की बात करें तो वो शुक्रवार को दिल्ली से कानपुर सेंट्रल पहुंचेंगे। इस मौके पर राष्ट्रपति के आने के एक घंटा पहले और एक घंटा बाद तक कानपुर सेंट्रल के चार प्लेटफॉर्म पर आवागमन बंद रहेगा। अपनी यात्रा में राष्ट्रपति अपने पुराने दोस्तों, स्कूल के सहपाठियों और रिश्तेदारों से मुलाकात करेंगे। वैसे इस यात्रा पर वो पहले ही जाना चाहते थे लेकिन कोरोना महामारी के चलते इस यात्रा में विलंब हो गया। लेकिन अब राष्ट्रपति कोविंद विशेष ट्रेन से दिल्ली के सफदरजंग रेलवे स्टेशन से 25 जून को रवाना होंगे और शाम को कानपुर पहुंचेंगे।
इस विशेष ट्रेन के दो ठहराव होंगे। पहला झिंझक और दूसरा कानपुर देहात का रूरा। इस दौरान राष्ट्रपति अपने पुराने परिचितों से मुलाकात करेंगे। दोनों ठहराव उनके गांव परौंख के पास ही रखे गए हैं।
उनके इस यात्रा के कार्यक्रम पर गौर करें तो राष्ट्रपति भवन की तरफ से जो जानकारी दी गई है, उसके मुताबिक, राष्ट्रपति 25 जून की शाम को पहुंचेंगे और 27 जून को गांव में दो स्वागत कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे। वहीं 28 जून को रामनाथ कोविंद कानपुर सेंट्रल से इसी ट्रेन से दो दिन की यात्रा पर लखनऊ पहुंचेंगे। इसके बाद 29 जून को वह हवाई यात्रा के जरिए विशेष उड़ान से दिल्ली लौट आएंगे। ट्रेन में उनके लिए विशेष सैलून होगा, जो सभी तरह की अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होगा। इस ट्रेन के लिए ट्रायल भी पूरा कर लिया गया है।