नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को जम्मू-कश्मीर के नेताओं के साथ बैठक कर दिल्ली और दिलों की दूरी कम करने पर जोर दिया। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि परिसीमन के बाद जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव होंगे। सूत्रों का कहना है कि प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि राज्य का दर्जा बहाली का संसद में किया गया वादा आगे अनुकूल समय आने पर पूरा किया जाएगा, लेकिन इसके लिए पहले परिसीमन और शांतिपूर्ण चुनाव प्रक्रिया जरूरी है। प्रधानमंत्री आवास पर सायं तीन बजे से शुरू हुई बैठक करीब साढ़े तीन घंटे तक चली। प्रधानमंत्री ने बैठक में शामिल राजनीतिक दलों के नेताओं की ओर से पेश किए गए विचारों के लिए प्रशंसा की। इस बैठक में जम्मू-कश्मीर में लोकतांत्रिक प्रक्रिया के विकास पर जोर दिया गया। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में लोकतांत्रिक प्रक्रिया के लिए सरकार पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि डीडीसी चुनावों की तरफ शांतिपूर्वक विधानसभा चुनाव कराना प्राथमिकता है।
बैठक में चर्चा हुई कि परिसीमन के बाद शीघ्र विधानसभा चुनाव होंगे। बैठक में शामिल प्रतिनिधियों ने भी यही इच्छा जताई। प्रधानमंत्री ने जमीनी स्तर पर लोकतंत्र को मजबूत करने और जम्मू-कश्मीर के लोगों के साथ मिलकर काम करने पर जोर दिया।
Today’s meeting with political leaders from Jammu and Kashmir is an important step in the ongoing efforts towards a developed and progressive J&K, where all-round growth is furthered. pic.twitter.com/SjwvSv3HIp
— Narendra Modi (@narendramodi) June 24, 2021
Our priority is to strengthen grassroots democracy in J&K. Delimitation has to happen at a quick pace so that polls can happen and J&K gets an elected Government that gives strength to J&K’s development trajectory. pic.twitter.com/AEyVGQ1NGy
— Narendra Modi (@narendramodi) June 24, 2021
Our democracy’s biggest strength is the ability to sit across a table and exchange views. I told the leaders of J&K that it is the people, specially the youth who have to provide political leadership to J&K, and ensure their aspirations are duly fulfilled. pic.twitter.com/t743b0Su4L
— Narendra Modi (@narendramodi) June 24, 2021
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में एक भी मौत दुखद है। हमारी युवा पीढ़ी की रक्षा करना हमारा सामूहिक कर्तव्य है। प्रधानमंत्री मोदी ने जम्मू-कश्मीर के लोगों के फायदे के लिए राजनीतिक मतभेद के बावजूद राष्ट्रहित में काम करने पर जोर दिया। घाटी में समाज के सभी वर्गों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का भी मुद्दा उठा।
Today’s meeting on Jammu and Kashmir was conducted in a very cordial environment. Everyone expressed their commitment to democracy and the constitution. It was stressed to strengthen the democratic process in Jammu and Kashmir. pic.twitter.com/oa6ZYQVz9J
— Amit Shah (@AmitShah) June 24, 2021
We are committed to ensure all round development of J&K.
The future of Jammu and Kashmir was discussed and the delimitation exercise and peaceful elections are important milestones in restoring statehood as promised in parliament.
— Amit Shah (@AmitShah) June 24, 2021
बैठक में सभी राजनीतिक दलों के नेताओं से बोले पीएम मोदी
पीएम ने इस बैठक में शामिल हुए सभी नेताओं के सुझावों और विचारों को धैर्यपूर्वक सुना। उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त की कि सभी प्रतिभागियों ने अपने स्पष्ट और ईमानदार विचार साझा किए। यह एक खुली चर्चा थी जो कश्मीर के बेहतर भविष्य के निर्माण के लिए थी।
बैठक का मुख्य फोकस लोकतांत्रिक प्रक्रिया को मजबूत करना था। पीएम ने कहा कि हम जम्मू-कश्मीर में लोकतांत्रिक प्रक्रिया के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि डीडीसी चुनावों के सफल संचालन की तरह ही विधानसभा चुनाव कराना प्राथमिकता है।
इसके साथ ही यहां बैठक में यह चर्चा की गई कि चुनाव परिसीमन के तुरंत बाद हो सकते हैं और कुल मिलाकर अधिकांश प्रतिभागियों ने इसके लिए इच्छा व्यक्त की।
पीएम ने जमीनी स्तर पर लोकतंत्र को मजबूत करने और जम्मू-कश्मीर के लोगों के साथ मिलकर काम करने की आवश्यकता पर जोर दिया ताकि उनका उत्थान सुनिश्चित हो सके। प्रधानमंत्री ने सभी प्रतिभागियों द्वारा समर्थित संविधान और लोकतंत्र के प्रति प्रतिबद्धता पर प्रसन्नता व्यक्त की।
पीएम ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में एक मौत भी दर्दनाक है और हमारी युवा पीढ़ी की रक्षा करना हमारा सामूहिक कर्तव्य है। पीएम ने जोर देकर कहा कि हमें जम्मू-कश्मीर के अपने युवाओं को अवसर देने की जरूरत है और वे हमारे देश को बहुत कुछ देंगे।
जम्मू-कश्मीर द्वारा हासिल किए गए विकास पर कई जन-समर्थक पहलों के कार्यान्वयन के साथ विस्तार से चर्चा की गई। प्रधानमंत्री ने जम्मू-कश्मीर में विकास की गति पर संतोष व्यक्त किया और कहा कि यह लोगों में नई आशा और आकांक्षाएं पैदा कर रहा है। पीएम ने कहा कि जब लोग भ्रष्टाचार मुक्त शासन का अनुभव करते हैं, तो यह लोगों में विश्वास जगाता है और लोग प्रशासन को अपना सहयोग भी देते हैं और यह आज जम्मू-कश्मीर में दिखाई दे रहा है।
पीएम ने कहा कि राजनीतिक मतभेद होंगे लेकिन सभी को राष्ट्रहित में काम करना चाहिए ताकि जम्मू-कश्मीर के लोगों को फायदा हो। पीएम ने जोर देकर कहा कि जम्मू-कश्मीर में समाज के सभी वर्गों के लिए सुरक्षा और सुरक्षा का माहौल सुनिश्चित करने की जरूरत है। पीएम ने कहा कि वह दिल्ली की दूरी के साथ-साथ दिल की दूरी को भी मिटाना चाहते हैं।