नई दिल्ली। प्रियंका गांधी ने केरल की वायनाड लोकसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए अपना नामांकन पत्र आज दाखिल कर दिया। इस दौरान प्रियंका के साथ उनकी मां सोनिया गांधी, उनके भाई और लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी, उनके पति राबर्ट्र वाड्रा और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे समेत कई लोग मौजूद रहे। प्रियंका का बेटा भी अपनी मां को सपोर्ट करने के लिए वहां पहुंचा। नामाकंन स्थल पर पहुंचने से पहले प्रियंका रोड शो में शामिल हुईं जिसमें बड़ी संख्या में कांग्रेस समर्थक मौजूद रहे।
#WATCH | Kerala: Addressing a public rally in Wayanad, Congress candidate Priyanka Gandhi Vadra says, “It has been 35 years that I have been campaigning for different elections. This is the first time I am campaigning for your support for myself…”
(Source: Indian National… pic.twitter.com/wq6Up4s3Fh
— ANI (@ANI) October 23, 2024
रोड शो में प्रियंका खुली गाड़ी में लोगों का अभिवादन करती नज़र आईं। इस दौरान राहुल गांधी भी उनके साथ रहे। नामाकंन स्थल पर पहुंचने से पहले प्रियंका ने रोड शो के बीच लोगों को संबोधित भी किया। प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा, 35 साल हो गए हैं जब मैं विभिन्न चुनावों के लिए प्रचार कर रही हूं। यह पहली बार है कि मैं अपने लिए प्रचार कर रही हूं और आपका समर्थन मांग रही हूं। आपको बता दें कि राहुल गांधी ने इस बार लोकसभा चुनाव केरल की वायनाड और यूपी की रायबरेली सीट से लड़ा था। राहुल दोनों ही सीटों पर चुनाव जीते जिसके बाद उन्होंने वायनाड की सीट छोड़ दी।
#WATCH | Kerala: Congress general secretary Priyanka Gandhi Vadra begins her roadshow in Wayanad. Her brother and Lok Sabha LoP Rahul Gandhi, and her husband Robert Vadra are also with her.
She will file her nomination for Wayanad Lok Sabha by-elections shortly. pic.twitter.com/qdIUAR8MHK
— ANI (@ANI) October 23, 2024
राहुल ने वायनाड की जनता से वादा किया था कि भले ही मैं सीट छोड़ दूं लेकिन आगे का पार्टी का जो भी डिसीजन होगा वो जनहित में ही होगा। तभी से कयास लगाए जाने लगे थे कि राहुल अब अपनी सीट पर प्रियंका को उम्मीदवार घोषित करेंगे। उम्मीदों के मुताबिक ऐसा ही हुआ राहुल ने डैमेज कंट्रोल के लिए वायनाड सीट से प्रियंका गांधी के चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी। इस सीट पर कांग्रेस के साथ-साथ प्रियंका की साख भी दांव पर लगी हुई है क्यों कि इतने सालों में पहली बार प्रियंका चुनाव लड़ रही हैं। कांग्रेस इस जीती हुई सीट को अपने पास से जाने देना नहीं चाहती और प्रियंका भी वायनाड की अहमियत समझती हैं इसीलिए उन्होंने चुनाव लड़ने पर हामी भरी।