नई दिल्ली। 6 फरवरी के दिन पूरे देश में किसान संगठनों की तरफ से कृषि बिलों के खिलाफ चक्का जाम किया गया था। ऐसे में भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने शुक्रवार को कहा था कि, ‘6 फरवरी को देशभर में चक्का जाम (Chakka Jam) करेंगे लेकिन इसमें उत्तर प्रदेश, दिल्ली और उत्तराखंड जैसे राज्य शामिल नहीं होंगे।’ यूपी, उत्तराखंड में चक्का जाम ना होने की वजह को लेकर टिकैत ने कहा था कि, “हमारे पुास पुख्ता सबूत थे कि कल कुछ लोग चक्का जाम के दौरान हिंसा फैलाने की कोशिश करते। हमारे पास पक्की रिपोर्ट थी। हमने जनहित को देखते हुए उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश को कल होने वाले चक्का जाम से अलग रखा है।” वहीं 6 फरवरी की सुबह कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी ने एक ट्वीट में गाजीपुर बॉर्डर पर लगाई गई 12 लेयर की बैरिकेड को लेकर सरकार पर निशाना साधा। अपने ट्वीट फिलहाल उन्होंने सरकार पर हमला तो बोला लेकिन जवाब में लोगों ने राहुल गांधी को लपेटे में ले लिया।
क्यों डराते हो डर की दीवार से ? pic.twitter.com/0th1OpRu3u
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) February 6, 2021
दरअसल प्रियंका गांधी ने गाजीपुर बॉर्डर पर लगाई गई बैरिकेड की फोटो शेयर करते हुए अपने ट्वीट में लिखा कि, “क्यों डराते हो डर की दीवार से ?” प्रियंका गांधी के इस फोटो पर लोगों ने उन्हें जमकर ट्रोल किया लेकिन साथ ही राहुल गांधी पर भी निशाना साधा।
निदा नाम की एक यूजर ने प्रियंका गांधी के इस ट्वीट पर राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि, “जितनी भी उड़ा लो, अफवाओं की आंधी, गाँव का सरपंच भी न बन पाएगा, तुम्हारा पप्पू गांधी ……!”
कांग्रेस_का_हाथ -देश के गद्दारों के साथ
खालिस्तानी यों के साथ
देश विरोधी ताकतों के साथ
डिफेंस के दलालों के साथ
देश को लूटने के साथ
चीनियों के साथ
जिहादियों के साथ
दंगाईयो के साथ
आतंकवादियों के साथ
टुकड़े-टुकड़े गैंग के साथ
पाकिस्तान के साथ
ये हाथ नही बेगुनाहों के मौत का पंजा है— PARAS SONI (@parassony) February 6, 2021
वहीं पारस सोनी नाम के एक यूजर ने प्रियंका गांधी के ट्वीट पर लिखा, “कांग्रेस_का_हाथ -देश के गद्दारों के साथ खालिस्तानी यों के साथ देश विरोधी ताकतों के साथ डिफेंस के दलालों के साथ देश को लूटने के साथ चीनियों के साथ जिहादियों के साथ दंगाईयो के साथ आतंकवादियों के साथ टुकड़े-टुकड़े गैंग के साथ पाकिस्तान के साथ ये हाथ नही बेगुनाहों के मौत का पंजा है।”
स्वतंत्रता के बाद भारत में हर सत्ताधारी दल ने किसानों के साथ अन्याय किया है।इसमें कोई संदेह नहीं है कि कृषि क्षेत्र को किसान परिवार की आर्थिक स्थिति में सुधार के लिए अच्छे सुधारों की आवश्यकता है।परंतु वर्तमान स्थिति को देखते हुए, यह केंद्रीय सरकार और विपक्षी दलों के बीच युद्ध है।
— Question (@true__vs__false) February 6, 2021
वहीं एक अन्य यूजर ने लिखा कि, “मैडम अब तो पूरा नेक्सस खुल गया है कोई शर्म नाम की चिज हो तो अब नौटंकी बंद कर दीजिए। कल के अमेरिका कैनेडा के अखबार देख लो या कल को तोमर जी की स्पीच देख लो।”
एक और यूजर ने लिखा कि, “काश तुम भी ऐसी दीवार बनाते तो लाखो सिक्खों का वध नहीं होता ! स्वर्ण मंदिर को अपवित्र ना करते , ना जलता स्वर्ण मंदिर,ना सिक्ख की पग सड़को पर खून ने सनी होती ! याद है ना एक खालिस्तानी ने इंदिरा की हत्या की और खामियाजा पूरी सिक्ख को भुगतना पड़ा आज फिर सिक्ख और खालिस्तानी मे अंतर ?”
काश तुम भी ऐसी दीवार बनाते तो लाखो सिक्खों का वध नहीं होता ! स्वर्ण मंदिर को अपवित्र ना करते , ना जलता स्वर्ण मंदिर,ना सिक्ख की पग सड़को पर खून ने सनी होती ! याद है ना एक खालिस्तानी ने इंदिरा की हत्या की और खामियाजा पूरी सिक्ख को भुगतना पड़ा आज फिर सिक्ख और खालिस्तानी मे अंतर ?
— KumarArun ?️ (@AryaAru40407684) February 6, 2021
प्रियंका के इस ट्वीट पर देखिए किस तरह के रिप्लाई आए..
कांग्रेस का दोहरा चरित्र??
“पंजाब में कान्ट्रैक्ट खेती के क़ानून के ना मानने पर जेल और केन्द्र सरकार के कृषि क़ानूनों पर बोलती बन्द …….!!” pic.twitter.com/V0u9Pf5cpL
— D.S. Chauhan Dr (@dschauhandr) February 6, 2021
Your answer is here pic.twitter.com/R4fUQ75X6A
— Lä Lä (@Lala_The_Don) February 6, 2021
2014 के पहले भी
संसद थी, लोक सभा थी सरकार थी, कानून बनते थे पास होते थे।
विपक्ष था विरोध भी होता था, आंदोलन भी होते थेमगर विरोध के नाम पर
देश विरोध और साजिशें नहीं हुई
किसी आंदोलन में तिरंगे कि अपमान नहीं हुआ
देश विरोधियों से आंदोलन लीड नहीं हुआमगर आज सब कुछ हो रहा है
— Jai Bharat (@JaiBhar69341259) February 6, 2021
— Manish Singh (@ManishS68853957) February 6, 2021
जिस सरकार के कानूनों से
सारे भ्रष्टाचारी रो रहे हैं
वसूली दलाली भ्रष्टाचार
गरीबों की सब्सिडी की लूट
विधवाओं की फर्जी पेंशन
मजदूरों के फर्जी मनरेगा कार्ड
फर्जी राशन कार्ड
की कमाई
किसानों/ग़रीबों के खाते में राशि पहुंचने से बंद हो चुकी है
वो क्या किसानों के साथ गलत कर सकती है— Jai Bharat (@JaiBhar69341259) February 6, 2021
बैरीकेड ही तो है, ऐसी क्या आफ़त आ गई?
२६ जनवरी को बैरीकेड, बस, कंटेनर सब पर टैंक रूपी ट्रैक्टरों से चढ़ाई कर दी थी इन्हीं किसानों ने।
इनको तो चाहिए की पुलिस गोली चलाने के लिए मजबूर हो जाए। ऐसा न हो इसलिए बैरीकेड लगाए हैं।
अब लाशें नहीं मिलेंगी विलाप करने को, इसलिए दुखी हो?
— Anurag Singh Rana (@anuragsinghrana) February 6, 2021