नई दिल्ली। नूपुर शर्मा पर तमाम उचित कार्रवाई किए जाने के आश्वासान के बावजूद भी मुस्लिम संगठनों की तरफ से रोषात्मक विरोध प्रदर्शन का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। ताजा मामला पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद से सामने आया है, जहां विशेष समुदाय के लोग एक बार फिर से नूपुर शर्मा द्वारा किए गए विवादित टिप्पणी के विरोध सड़क पर आ चुके हैं। बता दें कि अभी मुर्शिदाबाद में हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं। पुलिस के समझाने के बावजूद भी जब प्रदर्शनकारी नहीं माने, तो उन्हें तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोल छोड़ गए। हालात ऐसे बन गए कि उनके विरोध में लाठीचार्ज भी करना पड़ा। जिसके जवाब में प्रदर्शनकारियों ने पुलिसकर्मियों पर भी पथराव किया। कथित तौर पर प्रदर्शनकारियों की तरफ से पुलिस पर बम भी फेंके गए हैं। वहीं, स्थिति की संवेदनशीलता को भांपते हुए अभी इंटरनेट पर रोक लगा दी गई है। सुरक्षा-व्यवस्था को दुरूस्त करने के इंतजाम दिए जा चुके हैं।
वहीं, अभी यातायात व्यवस्था पर रोक लगा दी गई है। वहीं हावड़ा में आगामी 14 जून तक इंटरनेट व्यवस्था बंद रखने का आदेश दिया गया है। राज्यपाल ने की तरफ से प्रदर्शनकारियों से शांति-व्यवस्था बनाए रखने की अपील की जा रही है, ताकि प्रदेश में हो रही हिंसक गतिविधियों पर रोक लगाई जा सकें। उलुबेरिया, डोमजूर और पंचला जैसे कई क्षेत्रों में दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 144 लागू कर दी गई है। बता दें कि कल भी पश्चिम बंगाल में हिंसा देखने को मिली थी। बंगाल के साथ-साथ देश के कई राज्यों में मोहम्मद पैगंबर पर की गई विवादित टिप्पणी के बाद विरोध प्रदर्शन देखने को मिल रहा है।
हालांकि, बीजेपी की तरफ से नूपुर को बाहर का रास्ता दिखाया जा चुका है। लेकिन, अब मुस्लिम समुदाय की तरफ से उनकी गिरफ्तारी की मांग की जा रही है, लेकिन इस मांग की आड़ में जिस तरह से हिंसक गतिविधियों को अंजाम दिया जा रहा है, उसे लेकर अब मुख्तलिफ राज्यों की पुलिस एक्शन में मोड में आ चुकी है। ऐसी स्थिति में देखना होगा कि पुलिस की तरफ से इन मामले में आगामी दिनों में क्या कुछ कार्रवाई की जाती है। तब तक के लिए आप देश दुनिया की तमाम बड़ी खबरों से रूबरू होने के लिए आप पढ़ते रहिए। न्यूज रूम पोस्ट.कॉम