
नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के चित्रकूट की खदानों में नाबालिग लड़कियों के साथ यौन शोषण के मामले में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं। राहुल ने कहा कि अनियोजित लॉकडाउन में भूख से मरता परिवार, इन बच्चियों ने ज़िंदा रहने की ये भयावह कीमत चुकाई है। क्या ये ही हमारे सपनों का भारत है?
गौरतलब है कि चित्रकूट में पुलिस की नाक के नीचे महिलाओं और नाबालिग लड़कियों के यौन शोषण का बकायदा नेटवर्क चल रहा था, लेकिन पुलिस आंख पर पट्टी बांधकर बैठी थी। मीडिया में जब यह खबर आई तो चारों तरफ सनसनी फैल गई।
अनियोजित लॉकडाउन में भूख से मरता परिवार…
इन बच्चियों ने ज़िंदा रहने की ये भयावह क़ीमत चुकाई है।
क्या ये ही हमारे सपनों का भारत है?https://t.co/JGKnU8mdmr
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) July 9, 2020
कोरोना संकट के बीच चित्रकूट में अवैध खनन के गोरखधंधे में चंद रुपयों की मजदूरी पाने के लिए नाबालिग लड़कियों को जिस्म का सौदा करने को मजबूर किया जा रहा है। ये गरीबी का ही अभिशाप है कि परिवार के लोग सबकुछ जानते हुए भी इस जुल्म को अपनी किस्मत मानकर बर्दाश्त कर रहे हैं।
अब इस पूरे मामले पर सोशल मीडिया पर राहुल ने सरकार से सवाल पूछा तो लोगों को यह सवाल नागवार गुजरा। लोग राहुल से यह कहते तक नजर आए कि ऐसे मामले में तो कम से कम राजनीति करने से बचना चाहिए।