नई दिल्ली। राहुल गांधी सियासत के लिए मुद्दे तलाशने में जुटे रहते हैं। यहां तक कि रेप जैसी घटनाओं पर भी उनकी सियासत जारी रहती है। रेप की घटनाओं में राहुल की ये सियासत गैर कांग्रेस शासित राज्यों में दिखती है, लेकिन कांग्रेस शासित राज्यों में दरिंदगी की घटनाओं पर वह सन्नाटा खींच लेते हैं। ताजा मामला दिल्ली के नांगल का है। यहां एक नाबालिग से रेप के बाद हत्या कर दी गई थी। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि बच्ची का शव बिना परिवार की मर्जी के आनन-फानन जला दिया गया। दरअसल, दिल्ली में कानून और व्यवस्था की जिम्मेदारी केंद्र की मोदी सरकार की है। ऐसे में राहुल को इसमें सियासी मुद्दा मिल गया। राहुल आज तुरंत नांगल पहुंच गए और पीड़िता के माता-पिता से मुलाकात की। खास बात कि राहुल इस बच्ची के माता-पिता से मिलने उनके घर नहीं गए। दोनों को उन्होंने अपनी गाड़ी में ही बुला लिया।
इस मुलाकात के बाद अपनी सियासत को धार देते हुए राहुल ने एक ट्वीट किया। ट्वीट में उन्होंने लिखा, ‘माता-पिता के आंसू सिर्फ एक बात कह रहे हैं। उनकी बेटी, देश की बेटी न्याय की हकदार है। और इस न्याय के रास्ते पर मैं उनके साथ हूं।’
माता-पिता के आँसू सिर्फ़ एक बात कह रहे हैं-
उनकी बेटी, देश की बेटी न्याय की हक़दार है।और इस न्याय के रास्ते पर मैं उनके साथ हूँ। pic.twitter.com/ewgzGkWrHd
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) August 4, 2021
राहुल गांधी इस मामले में रेप पीड़िता के साथ होने की बात कर रहे हैं, लेकिन कांग्रेस शासित राजस्थान, छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों में रेप की घटनाओं पर वह कभी कुछ नहीं बोलते। बीते कुछ महीनों की बात करें, तो राजस्थान में रेप की तमाम घटनाएं हुई हैं। बावजूद इसके राहुल गांधी ने कभी इस बारे में कुछ नहीं कहा। ये भी नहीं कि न्याय के रास्ते पर वो पीड़ितों के साथ हैं।
अगर उन्होंने गहलोत सरकार को ऐसी घटनाएं रोकने के लिए कहा भी है, तो भी यह जानकारी क्यों नहीं वह सोशल मीडिया पर शेयर करते ? इससे साफ हो जाता है कि राहुल गांधी सिलेक्टिव हैं। यह आरोप बीजेपी भी हर बार उनपर लगाती है। फिर भी राहुल को सिर्फ गैर कांग्रेसी राज्यों में होने वाली घटनाओं में दिलचस्पी रहती है।