नई दिल्ली। विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A की तरफ से लोकसभा में मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव दिया गया है। ये अविश्वास प्रस्ताव मणिपुर में हिंसा के मसले पर आया है। विपक्षी गठबंधन ने आरोप लगाया है कि मणिपुर में हिंसा खत्म कराने के लिए मोदी सरकार कुछ नहीं कर रही। अविश्वास प्रस्ताव पर 9 अगस्त से चर्चा होनी है। लगातार 3 दिन चर्चा के बाद पीएम नरेंद्र मोदी विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव पर 11 अगस्त को लोकसभा में जवाब देंगे। 11 अगस्त को ही लोकसभा के मॉनसून सत्र का आखिरी दिन है। इसके बाद संसद का शीतकालीन सत्र होगा। जिसके बाद अगले साल यानी 2024 में लोकसभा चुनाव होने हैं।
विपक्षी गठबंधन की तरफ से मोदी सरकार के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर गरमागरम चर्चा होने की उम्मीद है। इसकी वजह ये है कि राहुल गांधी की संसद सदस्यता बहाल हो गई है। जाहिर तौर पर राहुल गांधी लोकसभा में मौजूद रहकर पीएम मोदी और उनकी सरकार को अविश्वास प्रस्ताव के दौरान घेरेंगे। वहीं, राहुल की सदस्यता बहाली से कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल भी हैं। ऐसे में कांग्रेस और विपक्षी गठबंधन के अन्य सांसद भी मोदी सरकार पर तीखा हमला बोलने की तैयारी कर रहे हैं।
बात करें मणिपुर की, तो यहां 3 मई से हिंसा का दौर जारी है। केंद्रीय बलों और सेना के जवानों को तैनात करने के बाद भी हिंसा का दौर थमा नहीं है। जब संसद का मॉनसून सत्र शुरू हुआ था, तो उससे एक दिन पहले मणिपुर का एक वीडियो वायरल हुआ था। इस वीडियो में दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर ले जाती भीड़ दिखी थी। इसे विपक्ष ने मुद्दा बनाया था। पीएम मोदी ने इस वीडियो के बारे में कहा था कि एक भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। अब सबकी नजर इस पर है कि मोदी खुद पर विपक्ष के वार का जवाब लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव की चर्चा के बाद किस तरह देते हैं।