नई दिल्ली। कोरोना महामारी (Corona epidemic) की वजह से पूरी दुनिया की रफ्तार थम सी गई है। 22 मार्च के बाद से भारत (India) में सबकुछ बंद कर दिया गया। स्वतंत्रता मिलने के बाद पहली बार भारत में रेल के पहिए थमे। लेकिन अनलॉक (Unlock-4) की प्रक्रिया के साथ धीरे-धीरे सामान्य स्थिति बनाने पर जोर दिया जा रहा है। हालांकि कोरोनाकाल में भी लोगों की परेशानी को ध्यान में रखते हुए रेलवे ने कुछ स्पेशल ट्रेनों (Special train) का परिचालने शुरू किया था लेकिन हालात तब भी सामान्य नहीं हो पाए थे और अब भी सामान्य नहीं हैं। ऐसे में भारतीय रेलवे (Indian Railways) ने कुछ और नई स्पेशल ट्रेनों को चलाने का निर्णय लिया है। जिसके लिए रिजर्वेशन की प्रक्रिया के तारीख का भी ऐलान कर दिया गया है।
रेलवे बोर्ड (Railway Board) की मानें तो भारतीय रेलवे देश में 12 सितंबर से 80 नई विशेष ट्रेनें शुरू करने जा रहा है। इन ट्रेनों में रिजर्वेशन 10 सिंतबर से करवाया जा सकेगा। इसके अलावा विशेष ट्रेनों के परिचालन की निगरानी करेंगे, जहां भी ट्रेन की मांग होगी या लंबी प्रतीक्षा सूची होगी, वहां ‘क्लोन’ ट्रेनें चलायी जाएंगी। वहीं रेलवे बोर्ड की मानें तो परीक्षाओं के लिए या ऐसे ही किसी उद्देश्य के लिए राज्य सरकारों द्वारा अनुरोध किए जाने पर ट्रेनों का परिचालन किया जाएगा।
इसके अलावा रेलवे बोर्ड के अधिकारी ने बताया कि उच्चतम न्यायालय के आदेश के तहत दिल्ली सरकार और रेलवे, पटरियों के किनारे से कचरा हटाने के लिए संयुक्त रूप से तुरंत कदम उठाएंगे। बुलेट ट्रेनों को लेकर किए गए सवाल पर अधिकारी ने कहा कि बुलेट ट्रेन परियोजना में अच्छी प्रगति हुई है। कोविड-19 से कुछ निविदा और भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया पर असर पड़ा है।
बुलेट ट्रेन परियेजना पर क्या पड़ा है कोरोना का असर
मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना के समय पर पूरा होने में विलंब हो सकता है क्योंकि महामारी के चलते भूमि अधिग्रहण के काम में देरी हुई है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। परियोजना का काम दिसंबर 2023 में पूरा होना प्रस्तावित है। नेशनल हाई स्पीड रेल कॉरपोरेशन ने पहले ही परियोजना के लिए 63 प्रतिशत भूमि का अधिग्रहण कर लिया है जिसमें गुजरात में लगभग 77 प्रतिशत भूमि, दादर नगर हवेली में 80 प्रतिशत और महाराष्ट्र में 22 प्रतिशत भूमि शामिल हैं।
अधिकारियों ने कहा कि महाराष्ट्र के पालघर और गुजरात के नवसारी जैसे इलाकों में अभी भी भूमि अधिग्रहण से जुड़े कुछ मुद्दे हैं। अधिकारियों ने कहा कि पिछले साल कंपनी ने नौ लोक निर्माण टेंडर मंगवाए थे लेकिन इन्हें कोरोना वायरस महामारी के कारण खोला नहीं जा सका।