जोशीमठ। उत्तराखंड के जोशीमठ में भू धंसाव से प्रभावित दो होटल मलारी इन और माउंट व्यू को आज गिराए जाने की कोशिश प्रशासन करने वाला है। उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी बुधवार शाम को ही जोशीमठ पहुंचे थे। उन्होंने अहम जानकारी दी कि जोशीमठ के प्रभावितों को बाजार दर से मुआवजा दिया जाएगा। मुआवजे की दर भी प्रभावितों से बातचीत के बाद ही तय की जाएगी। इस बीच, जोशीमठ में हालात काफी गंभीर हैं। यहां करीब 740 मकानों में दरारें आई हैं। होटल मलारी इन और माउंट व्यू भी तिरछे हो गए हैं। इसके अलावा यहां बुधवार देर शाम से हल्की बारिश भी हो रही है। आसपास के पहाड़ों पर हिमपात भी हुआ है।
बारिश और हिमपात से जोशीमठ में खतरनाक बन चुके मकान और होटलों पर संकट गहरा सकता है। जोशीमठ के पास औली में भी काफी बर्फ गिरने की जानकारी मिली है। मौसम विभाग के मुताबिक अगले कुछ दिन जोशीमठ और आसपास बर्फबारी और बारिश के पूरे आसार हैं। ऐसे में उत्तराखंड सरकार और चमोली जिले का प्रशासन हर हाल में प्रभावितों को सुरक्षित जगह ले जाना चाहता है। पहले तय हुआ था कि होटलों के अलावा दरार वाले खतरनाक मकानों को भी गिराया जाएगा। लोग इसके विरोध में थे। उनका कहना था कि पहले मुआवजा तय हो, फिर फैसला करेंगे। अब ऐसे में तय हुआ है कि लोगों की सहमति के बाद ही उनके खतरनाक मकान गिराए जाएंगे।
जोशीमठ पहुंचे सीएम पुष्कर सिंह धामी ने इस बीच मीडिया को बताया कि पीड़ित परिवारों की मदद के लिए फिलहाल सरकार ने 45 करोड़ रुपए जारी किए हैं। उन्होंने मीडिया समेत सभी से अपील भी की कि वे जोशीमठ की आपदा को हवाला बनाकर डर का माहौल न बनाएं। सीएम धामी ने कहा कि फिलहाल जैसी खबरें दी जा रही हैं, उससे डर का माहौल बन रहा है। उत्तराखंड हमेशा आपदा प्रभावित राज्य रहा है। इस आपदा से भी निपटने के लिए सरकार हर संभव कोशिश कर रही है। वो खुद इसी वजह से जोशीमठ आए हैं। धामी ने कई पीड़ित परिवारों से भी मुलाकात की।