नई दिल्ली। राजस्थान में कांग्रेस की सरकार पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच छिड़ी तकरार का खामियाजा कांग्रेस को राजस्थान में सरकार गंवाकर उठाना पड़ सकता है। इस बीच चर्चा इस बात की भी जोरों पर है कि, सचिन पायलट कांग्रेस छोड़ भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो सकते हैं।
सचिन पायलट के बागी तेवर देखते हुए कांग्रेस ने भी अपने तेवर सख्त कर लिए हैं और सोमवार सुबह होने वाली बैठक के लिए विधायकों को व्हिप जारी किया है। इसमें कहा गया है कि अगर कोई भी कांग्रेस का विधायक बैठक में नहीं आता है तो उसकी सदस्यता जाएगी। कांग्रेस के प्रभारी महासचिव अविनाश पांडे ने कहा है कि 109 विधायकों का समर्थन पत्र मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पास पहुंच गया है और वे सोमवार सुबह मीटिंग में आएंगे। बाकी लोग अगर नहीं आते हैं तो उनकी सदस्यता चली जाएगी।
A whip has been issued to all party MLAs to be mandatorily present at Congress Legislature Party meeting to be held tomorrow morning. Strict disciplinary action will be taken against any MLA who is absent without mentioning personal/special reason: #Rajasthan Congress in-charge https://t.co/adTEHg0iM1 pic.twitter.com/xrdqiCYNn9
— ANI (@ANI) July 12, 2020
इस पूरे मामले पर बोलते हुए रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि हम किसी व्यक्ति की बात नहीं कर रहे हैं, हमें नहीं लगता है कि कोई नहीं आएगा। हालांकि नेताओं का इशारा साफ तौर पर सचिन पायलट की तरफ माना जा रहा है।
बता दें कि इससे पहले जयपुर में मुख्यमंत्री आवास पर कांग्रेस की प्रेस वार्ता हुई। अविनाश पांडे, रणदीप सुरजेवाला और अजय माकन ने इसमें हिस्सा लिया। अविनाश पांडे ने कहा कि सोनिया गांधी के निर्देशों पर जयपुर आए हैं।109 विधायक के समर्थन पत्र की चिट्ठी मुख्यमंत्री को दे चुके हैं। कुछ अन्य विधायक भी संपर्क में हैं। सुबह 10 बजे कांग्रेस विधयाक दल की बैठक है। बैठक को लेकर व्हिप जारी किया गया है। जो बैठक में नहीं होंगे मौजूद, उनके खिलाफ अनुशासनात्मक करवाई की जाएगी। व्हिप का उल्लंघन करने पर पार्टी की सदस्यता समाप्त हो सकती है।