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रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का बड़ा ऐलान, 101 रक्षा उपकरणों पर लगा आयात प्रतिबंध

राजनाथ सिंह ने कहा कि, रक्षा मंत्रालय अब आत्मनिर्भर भारत पहल के लिए एक बड़ा पुश देने को तैयार है। रक्षा उत्पादन के स्वदेशीकरण को बढ़ावा देने के लिए रक्षा मंत्रालय 101 से ज़्यादा वस्तुओं पर आयात प्रतिबंध(एम्बार्गो) पेश करेगा।

नई दिल्ली। रविवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने महत्वपूर्ण ऐलान करते हुए आत्मनिर्भर की पहल को आगे बढ़ाने और रक्षा उत्पादन के स्वदेशीकरण को बढ़ावा देने के लिए 101 रक्षा उपकरणों के आयात पर प्रतिबंध लगा दिया है। इसकी जानकारी राजनाथ सिंह ने अपने ट्विटर अकाउंट पर दी।

rajnath singh

उन्होंने कहा कि, रक्षा मंत्रालय अब आत्मनिर्भर भारत पहल के लिए एक बड़ा पुश देने को तैयार है। रक्षा उत्पादन के स्वदेशीकरण को बढ़ावा देने के लिए रक्षा मंत्रालय 101 से ज़्यादा वस्तुओं पर आयात प्रतिबंध(एम्बार्गो) पेश करेगा। उन्होंने एक और ट्वीट में जानकारी दी कि, रक्षा मंत्रालय ने 101 वस्तुओं की एक सूची तैयार की है जिनके आयात पर प्रतिबंध(एम्बार्गो) होगा। यह रक्षा में आत्मनिर्भरता की दिशा में एक बड़ा कदम है।

आयात पर प्रतिबंध लगे उपकरणों की सूची

 

रक्षा मंत्री ने कहा है कि रक्षा मंत्रालय अब आत्मनिर्भर की पहल को आगे बढ़ान के लिए तैयार है। मंत्रालय ने 101 उन रक्षा उपकरणों की सूची तैयार की है जिनके आयात पर रोक लगेगी। उन्होंने कहा कि रक्षा क्षेत्र में उत्पादन को बढ़ावा दिया जाएगा। रक्षा मंत्री ने बताया कि यह रक्षा क्षेत्र में भारत की आत्मनिर्भरता की दिशा में एक बड़ा कदम है।

rajnath singh tweet

राजनाथ सिंह ने कहा कि ‘इस लिस्ट में न केवल कुछ पार्ट्स शामिल हैं बल्कि उच्च प्रौद्योगिकी वाले हथियार मसलन असॉल्ट राइफलें, सोनार सिस्टम, ट्रांसपोर्ट एयरक्रॉफ्ट, LCH, रडार और कई अन्य चीजें शामिल हैं।’ रक्षा मंत्री ने बताया कि, ‘आयात पर प्रतिबंध(एम्बार्गो) को 2020 से 2024 के बीच धीरे-धीरे लागू करने की योजना है।’

रक्षा मंत्री के मुताबिक यह फैसला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर किया गया है। इस फैसले से भारत के रक्षा उद्योग को बड़े पैमाने पर उत्‍पादन का अवसर मिलेगा। रक्षा मंत्री ने कहा कि इस फैसले से भारतीय रक्षा उद्योग को निगेटिव लिस्ट में शामिल आइटम्स के निर्माण का अवसर मिलेगा। बहरहाल, लद्दाख में एक्चुअल लाइन ऑफ कंट्रोल (LAC) पर चीन के साथ तनाव के बीच रक्षा मंत्री के इस ऐलान को काफी अहम माना जा रहा है।