नई दिल्ली। केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में किसानों का आंदोलन लगातार जारी है। किसानों के आंदोलन को 7 महीने से अधिक हो गए हैं। किसान तीन कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग पर अड़े हुए है। इन सबके बीच भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने बड़ा बयान दिया है। राकेश टिकैत ने शनिवार को केंद्र सरकार पर हमला बोला। साथ ही राकेश टिकैत ने टीकरी बॉर्डर की घटना पर भी अपनी बात रखी। हालांकि टिकैत ने किसान आंदोलन के जरिए केंद्र सरकार को घेरने के चक्कर में ऐसा कुछ बोल दिया जिसके बाद वह खुद सोशल मीडिया पर यूजर्स के निशाने पर आ गए है।
राकेश टिकैत ने कहा कि, देश की राजधानी को किसानों ने पिछले 7 महीनों से घेर रखा है। भारत सरकार को शर्म नहीं आती? हम कहां बैठें? हमारा कोई घर है वहां। ये गलतफहमी सरकार अपने दिमाग से निकाल दे कि किसान वापस जाएगा। किसान तभी वापस जाएगा, जब मांगें पूरी जाएंगी।
देश की राजधानी को किसानों ने पिछले 7 महीनों से घेर रखा है। भारत सरकार को शर्म नहीं आती? हम कहां बैठें? हमारा कोई घर है वहां। ये गलतफहमी सरकार अपने दिमाग से निकाल दे कि किसान वापस जाएगा: किसान नेता राकेश टिकैत pic.twitter.com/HaDQ2S6vT6
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 19, 2021
वहीं, टीकरी बॉर्डर के धरनास्थल पर आग से जलने के बाद जान गंवाने वाले शख्स (मुकेश) को लेकर भी राकेश टिकैत ने अपनी प्रतिक्रिया दी। टिकैत ने कहा कि, इसे मर्डर नहीं कह सकते। एक बयान उसने सरपंच को दिया, कहा कि तेल गिराकर आग लगाई। दूसरा मरने वाले के ही बयान हैं उसमें कहा कि मेरा घर से झगड़ा हो रहा था और मैं खुद पेट्रोल लाया। उसकी पेट्रोल लाने की फूटेज भी है। इसकी जांच हो जाए।
इसे मर्डर नहीं कह सकते। एक बयान उसने सरपंच को दिया, कहा कि तेल गिराकर आग लगाई। दूसरा मरने वाले के ही बयान हैं उसमें कहा कि मेरा घर से झगड़ा हो रहा था और मैं खुद पेट्रोल लाया। उसकी पेट्रोल लाने की फूटेज भी है। इसकी जांच हो जाए: टीकरी बॉर्डर की घटना पर किसान नेता राकेश टिकैत pic.twitter.com/KILUnfOFgc
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 19, 2021
राकेश टिकैत के इस बयान पर लोगों ने सोशल मीडिया पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। लोगों ने किसान आंदोलन के जरिए राजनीति करने वाले टिकैत को जमकर खरी खोटी सुनाई।