अयोध्या। रामनगरी अयोध्या में भगवान रामलला के भव्य मंदिर में दर्शन जारी हैं। हर रोज भक्तों की बड़ी तादाद अयोध्या पहुंचकर भगवान राम के बाल रूप के दर्शन कर रही है। राम मंदिर का काम अभी बाकी है। मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र के मुताबिक अब 10 फरवरी से फिर राम मंदिर के बाकी बचे हिस्से का काम शुरू किया जाएगा। मंदिर के अलावा परकोटे का काम भी होना है। इसे भी त्वरित गति से पूरा कराने का फैसला हुआ है। मंदिर निर्माण समिति की शनिवार को बैठक हुई। आज भी समिति की बैठक हो रही है। राम मंदिर को इस साल दिसंबर तक पूरा बनकर तैयार होना है। अभी भूतल तैयार हुआ है। बाकी के दो तल और शिखर अभी बनाए जाने हैं।
नृपेंद्र मिश्र ने बताया कि पहले तल पर राम दरबार बनाने का काम भी होगा। मंदिर के भूतल में गर्भगृह है। इसी गर्भगृह में भगवान रामलला के बाल रूप के दर्शन लोगों को हो रहे हैं। पुराने विग्रहों को भी इसी गर्भगृह में स्थान दिया गया है और उनको चल मूर्ति की मान्यता दी गई है। जानकारी के मुताबिक राम मंदिर परिसर में एक बड़ा मंडप भी बनाया जाना है। इस मंडप में भगवान राम के समकालीन महर्षि वाल्मीकि, महर्षि वशिष्ठ, महर्षि विश्वामित्र, महर्षि अगस्त्य, माता शबरी, माता अहिल्या और निषाद राज के मंदिर होंगे। इन सभी का भगवान राम के जीवन से बहुत करीबी नाता रहा है। भक्त इन मंदिरों में दर्शन कर सभी की पूजा-अर्चना कर सकेंगे।
मीडिया की खबरों के मुताबिक राम मंदिर में भक्तों के निर्बाध और आसानी से पहुंचने के लिए अयोध्या के जिला प्रशासन ने नई व्यवस्था की है। अब बड़े पर्वों जैसे रामनवमी पर अगर 5 लाख भक्त भी भगवान रामलला के दर्शन करने आएंगे, तो उनको किसी तरह की परेशानी नहीं होगी। बता दें कि 23 जनवरी को आम लोगों के दर्शन के लिए राम मंदिर खुला था। उस दिन भारी भीड़ उमड़ी थी और व्यवस्था न होने के कारण लोगों को कठिनाई का सामना करना पड़ा था। इसके बाद ही सीएम योगी आदित्यनाथ के आदेश पर अयोध्या जिला प्रशासन ने राम मंदिर में दर्शन की नई व्यवस्था की और फिर भक्तों के लिए मंदिर में प्रवेश करना आसान हो गया।