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Ayodhya: राममंदिर निर्माण में तेजी के लिए ट्रस्ट का अहम फैसला, योगी भी जलाएंगे इतने दीपक

Ayodhya: यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने फैसला किया है कि इस साल छोटी दीपावली पर अयोध्या में 7 लाख दीपक जलाए जाएंगे।

अयोध्या। रामलला का भव्य मंदिर बनाने का काम आगे बढ़ रहा है। नींव डाली जा रही है। नींव की 45 परतें बननी हैं। हर एक परत 10 इंच मोटी है। अब तक नींव का करीब 85 फीसदी काम हो चुका है। उधर, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने फैसला किया है कि इस साल छोटी दीपावली पर अयोध्या में 7 लाख दीपक जलाए जाएंगे। साल 2017 में यूपी में सरकार बनने के बाद योगी ने हर साल अयोध्या में दीपोत्सव मनाने का कार्यक्रम शुरू किया था। 3 लाख दीपक से शुरू होकर ये पिछले साल तक 4 लाख से ज्यादा दीपक तक पहुंचा था। इस बीच, नींव के काम को तेजी से करने के लिए मंदिर बनवा रहे ट्रस्ट ने एक अलग रास्ता खोला है। दरअसल, सारा सामान मुख्य रास्ते से आ रहा था। भारी ट्रकों के गुजरने के कारण अयोध्या का मुख्य मार्ग इस वजह से खराब हो रहा था। साथ ही भीड़भाड़ के कारण ट्रकों के निर्माण स्थल पहुंचने में भी दिक्कत होती थी। इस वजह से ट्रस्ट ने वैकल्पिक रास्ते को खोला है। इस बीच, विश्व हिंदू परिषद के महासचवि मिलिंद परांदे ने पत्रकारों को बताया कि सितंबर के अंत या अक्टूबर के पहले हफ्ते तक अयोध्या में मंदिर के लिए नींव बनाने का काम खत्म हो जाएगा। इसके बाद गर्भगृह और नृत्यमंडप बनाने का काम होगा। जहां भक्त दिसंबर 2023 से रामलला और उनके भाइयों के दर्शन कर सकेंगे। परांदे ने कहा कि पूरा मंदिर विशाल होगा। इस वजह से इसे बनाने में कुछ वक्त लगेगा। फिर भी गर्भगृह बनाकर रामलला के श्रद्धालुओं के लिए मंदिर का पहला तल खोल दिया जाएगा।

Ram temple

उन्होंने कहा कि रामलला का मंदिर वक्त पर बन जाएगा। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ही मंदिर का निर्माण करा रहा है। इस मंदिर के लिए 5 अगस्त 2020 को पीएम नरेंद्र मोदी ने भूमिपूजन किया था। इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने 9 नवंबर 2019 को विवादित जमीन रामलला की बताते हुए हिंदू पक्ष को देने का आदेश जारी किया था। ये जमीन 2.77 एकड़ की है। साथ ही ट्रस्ट ने आसपास की कुछ जमीनों को खरीदकर मंदिर का परिसर बड़ा बनाने का फैसला भी किया है।

Ayodhya Ram Temple

उधर, राम मंदिर ट्रस्ट के सदस्य अनिल मिश्रा के अनुसार दिसंबर से मंदिर के चबूतरे को बनाने का काम शुरू होगा। इसके लिए मिर्जापुर से गुलाबी पत्थर लाए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि नींव के लिए 50 फिट गहरा गड्ढा खोदा गया था। इस गड्ढे की लंबाई 400 फुट और चौड़ाई 300 फुट है। इसी पर पूरा मंदिर टिका रहेगा। यहां मंदिर के अलावा रामायण पर शोध केंद्र और राम जन्मभूमि के लिए हुई कानूनी जंग के दस्तावेज भी एक म्यूजियम में रखे जाएंगे।