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Wrestlers Protest: ‘जब रोम जल रहा था तब नीरो बांसुरी बजा रहा था’, महिला पहलवानों के प्रदर्शन पर रणदीप सुरजेवाला ने साधा केंद्र पर निशाना

Wrestlers Protest: दरअसल, जनवरी माह में महिला पहलवानों ने कैसरगंज से बीजेपी नेता सांसद व भारतीय कुश्ती संघ के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह पर यौन शोषण के आरोप लगाए थे। लेकिन, बाद में इन आरोपों को बृजभूषण ने सिरे से खारिज कर दिया। उन्होंनें कहा कि यह आरोप मेरे ऊपर राजनीतिक दुर्भावना से प्रेरित होकर लगाए जा रहे हैं।

नई दिल्ली। यौन शोषण के आरोपों में घिरे भारतीय कुश्ती महासंघ के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग को लेकर पिछले एक माह से धरने पर बैठी महिला पहलवानों ने आज अपने मेडल को गंगा में विसर्जित करने का फैसला किया था, लेकिन किसान नेता नरेश टिकैत के मनाने पर पहलवानों ने मेडल गंगा में विसर्जित करने का फैसला वापस ले लिया। इस बीच किसान नेता नरेश टिकैत ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि पूरी भाजपा सरकार बृजभूषण को बचाने में लगी है, लेकिन अब हमारी तरफ से सरकार को पांच दिन का अल्टीमेटम दिया गया है। पहलवानों ने स्पष्ट कर दिया है कि अगर इन पांच दिनों के भीतर यौन शोषण के आरोपी बृजभूषण को गिरफ्तार नहीं किया गया, तो आंदोलन को व्यापक रूप दिया जाएगा।

सनद रहे कि इससे पहले पहलवानों ने मेडल को गंगा में प्रवाहित करने के बाद इंडिया गेट पर आमरण अनशन करने का ऐलान किया था, लेकिन दिल्ली पुलिस ने दो टूक कह दिया कि इसकी अनुमति नहीं दी जाएगी। इससे पहले पहलवानों को जंतर-मंतर पर भी  धरना देने से साफ मना कर दिया था। ध्यान रहे कि इससे पहले बीते रविवार को जंतर-मंतर पर धरना दे रहे पहलवानों के साथ पुलिस ने बदसलूकी की थी। जिसके बाद पहलवानों ने देश के नाम एक खुला लेटर लिखा था, जिसमें उन्होंने कहा था कि हमारी कोई इज्जत ही नहीं है, तो हम जी कर क्या करेंगे। लिहाजा अब हमने इन मेडल को गंगा नदी में प्रवाहित करने का फैसला किया है, लेकिन बाद में किसान नेता नरेश टिकैत की अपील पर पहलवानों ने मेडल को गंगा में विसर्जित करने की योजना बदल दी। वहीं, अब इस पूरे मसले पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रणदीप सुरजेवाला का बयान सामने आया है। आइए आपको बताते हैं कि उन्होंने क्या कुछ कहा है।

कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा कि, ‘इतिहास के काले पन्नों पर पहले से दर्ज है कि जब रोम जल रहा था तब वहां का क्रूर शासक नीरो बांसुरी बजा रहा था। अब उन्हीं पन्नों पर दर्ज होगा कि जब सड़क पर सितारे हिंद घसीटे जा रहे था तब एक बौना दुर्योधन नारी की अस्मत पर हाथ डालनेवाले दु:शासन के साथ मुस्करा रहा था !

इसके अलावा कांग्रेस नेता ने दूसरा ट्वीट किया। जिसमें उन्होंने कहा कि, ‘मेरा देश की बेटियों – महिला पहलवानों से आग्रह है कि वे पदक नहीं, गंगा मैय्या के तट पर अपने साथ ज़्यादती करने वाली सत्ता को सदा के लिए प्रवाहित करने का संकल्प लें !

वहीं, रणदीप सुरेजवाला ने अपने तीसरे ट्वीट के साथ एक वीडियो भी साझा किया, जिसमें देखा जा सकता है कि कैसे साक्षी मलिक अपने मेडल को एक पोटली में रखती हुई नजर आ रही है। इस  मार्मिक वीडियो को साझा कर रणदीप सुरजेवाला ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है, जिसमें उन्होंने कहा कि देश के लिए मेडल जीतकर, दुनिया में तिरंगे ?? का मान बढ़ाने वाली बेटियां.. भाजपा के राज में अपने देश में ही हो रहे अन्याय और अपमान से व्यथित होकर, जीते हुए ??? गंगा में बहाने और आमरण अनशन तक को मजबूर हैं ! यौन शोषण के आरोपी भाजपा सांसद को बचाने की ऐसी भी क्या जिद है मोदी जी?

दरअसल, जनवरी माह में महिला पहलवानों ने कैसरगंज से बीजेपी सांसद व भारतीय कुश्ती महासंघ के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह पर यौन शोषण के आरोप लगाए थे। लेकिन, बाद में इन आरोपों को बृजभूषण ने सिरे से खारिज कर दिया। उन्होंनें कहा कि यह आरोप मेरे ऊपर राजनीतिक दुर्भावना से प्रेरित होकर लगाए जा रहे हैं। बृजभूषण ने यहां तक कहा था कि अगर इन आरोपों में तनिक भी सत्यता पाई गई, तो मैं आत्महत्या कर लूंगा। इसके बाद बृजभूषण के खिलाफ पुलिस ने प्राथमिकी भी दर्ज नहीं की थी। जिसके बाद यह मामला सुप्रीम कोर्ट के संज्ञान में पहुंचा। कोर्ट के निर्देश पर दिल्ली पुलिस ने बृजभूषण के खिलाफ यौन शोषण और पोक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज किया।

brij bhushan sharan singh

लेकिन अभी तक उन्हें गिरफ्तार नहीं किया गया है,  जिसे लेकर महिला पहलवानों का प्रदर्शन जारी है। पहलवानों ने स्पष्ट कर दिया है कि जब तक बृजभूषण की गिरफ्तारी नहीं हो जाती है, तब तक यह धरना जारी रहेगा। बता दें कि इससे पहले बृजभूषण ने फेसबुक पर पोस्ट लिखा था, जिसमें उन्होंने कहा था कि मैं अपना नार्को टेस्ट, पॉलीग्राफी टेस्ट और लाइव डिडेटक्टर टेस्ट कराने का ऐलान किया था, लेकिन उन्होंने यह शर्त भी रखी थी कि यह सभी विनेश फोगाट, बजरंग पुनिया और साक्षी मलिक को भी करवाना होगा। इसके बाद पहलवानों ने यह शर्त स्वीकार कर ली और सभी टेस्ट कराने को राजी हो गए। उधर, पूरे मामले को लेकर सियासत भी अलग से जारी है। विपक्षी दलों का कहना है कि बीजेपी बृजभूषण को बचाने की कोशिश कर रही है। गत दिनों कई विपक्षी दलों के नेता पहलवानों का समर्थन करने जंतर मंतर पर पहुंचे थे और बीजेपी पर निशाना भी साधा था। वहीं, अब बृजभूषण की गिरफ्तारी की मांग को लेकर पहलवानों का प्रदर्शन जारी है। अब ऐसे में यह पूरा माजरा आगामी दिनों में क्या रुख अख्तियार करता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।