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Poonch Terror Attack: पुंछ में 20 किलोमीटर के दायरे में ड्रोन और हेलीकॉप्टरों की मदद से आतंकियों की तलाश, वायुसेना के काफिले पर किया था हमला; एक जवान ने दी है शहादत

Poonch Terror Attack: पाकिस्तान के सेना प्रमुख ने 4 दिन पहले ही एक कार्यक्रम में कहा था कि वो कश्मीर के लोगों को हर तरह का समर्थन देंगे। इसके ठीक बाद ही ये हमला किया गया है। पीएएफएफ ने हमले की जिम्मेदारी ली है। ये आतंकी गुट जैश-ए-मोहम्मद का ही बदला हुआ रूप माना जाता है।

एलओसी पर चौकसी बरतते भारतीय सेना के जांबाज जवान।

पुंछ। जम्मू-कश्मीर के पुंछ की सुरनकोट तहसील में शनिवार शाम आतंकियों के हमले में घायल भारतीय वायुसेना का एक जवान शहीद हो गया है। बाकी 4 घायल जवान उधमपुर के कमांड अस्पताल में भर्ती हैं। सभी को सिर, गर्दन और सीने पर गोली लगी थी। इस आतंकी हमले में सीधे तौर पर पाकिस्तान का हाथ है। पाकिस्तान परस्त आतंकी गुट पीपुल्स एंटी फासिस्ट फ्रंट यानी पीएएफएफ ने हमले की जिम्मेदारी ली है। बकरबल मोहल्ला में भारतीय वायुसेना के दो वाहनों पर ये आतंकी हमला हुआ था। 20 किलोमीटर के दायरे में आतंकियों की तलाश में सेना के जवानों को बड़ी संख्या में उतारा गया है। इसके अलावा ड्रोन वगैरा से भी पीएएफएफ आतंकियों की तलाश जारी है।

पाकिस्तान के सेना प्रमुख ने 4 दिन पहले ही एक कार्यक्रम में कहा था कि वो कश्मीर के लोगों को हर तरह का समर्थन देंगे। इसके ठीक बाद ही ये हमला किया गया है। माना जा रहा है कि जम्मू-कश्मीर के लोगों को चुनाव में वोट डालने से रोकने के लिए डराने के वास्ते ये आतंकी हमला किया गया। पीएएफएफ के बारे में रक्षा से जुड़े जानकारों का मानना है कि ये जैश-ए-मोहम्मद का ही बदला हुआ रूप है। जम्मू-कश्मीर में कई और आतंकी हमलों में पीएएफएफ का हाथ रहा है। पीएएफएफ कहता है कि वो गजवत-उल हिंद के कमांडर रहे जाकिर मूसा से प्रेरित है। जाकिर मूसा को सुरक्षाबलों ने कश्मीर घाटी में मार गिराया था।

वायुसेना के काफिले पर हमले के बाद पुंछ में सेना को आतंकियों के सफाए का आदेश दिया गया है। ड्रोन और हेलीकॉप्टर भी इसके लिए इस्तेमाल किए जा रहे हैं। पुंछ जिले की पुलिस के अलावा सेना की राष्ट्रीय रायफल्स के जवान आतंकियों की तलाश में जुटे हैं। कश्मीर घाटी में काफी अर्से बाद सेना के किसी काफिले को आतंकियों ने निशाना बनाया है। सूत्रों के मुताबिक हर हाल में आतंकियों को उनकी करनी का फल भुगतना होगा। इसके लिए सभी संभव कदम उठाए गए हैं।