नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल में सियासी पारा इन दिनों अपने चरम पर है। जहां एक तरफ भाजपा ने अपने चुनावी प्रचार अभियान की रफ्तार तेज कर दी है तो वहीं सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस के कई दिग्गज नेता पार्टी का दामन छोड़ते जा रहे हैं। बता दें कि ममता के काफी करीबी और पश्चिम बंगाल सरकार में मंत्री रहे शुभेंदु अधिकारी ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। उनके इस्तीफे के बाद माना जा रहा है कि जल्द ही वो भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो सकते हैं। गौरतलब है कि शुभेंदु अधिकारी ने जब अपना इस्तीफा सौंपा तो उनके इस्तीफे पर बंगाल विधानसभा के स्पीकर ने ऐतराज जता दिया। उन्होंने इस्तीफे के फॉरमेट को ही गलत बता दिया। स्पीकर का कहना है कि, शुभेंदु ने जिस तरह इस्तीफा दिया वो सही फॉर्मेट में नहीं था। बता दें कि पश्चिम बंगाल कि उन्होंने शुभेंदु अधिकारी द्वारा दिए पत्र की जांच की है और पाया है कि इसमें तारीख निर्दिष्ट नहीं है।
विधान सभा के अध्यक्ष ने कहा कि, मुझे सूचित नहीं किया गया था कि शुभेंदु अधिकारी इस्तीफा स्वैच्छिक और वास्तविक है। इसलिए इसे स्वीकार करना अभी के लिए संभव नहीं है। मैंने उसे 21 दिसंबर को मेरे सामने पेश होने के लिए कहा है। वहीं बैरकपुर विधायक शीलभद्र दत्ता ने कहा कि मैंने टीएमसी के सदस्य और पार्टी में मेरे द्वारा रखे गए अन्य सभी पदों के लिए अपना इस्तीफा दे दिया है। मैं 2006 से टीएमसी का हिस्सा रहा हूं।
I have examined the letter & found that date isn’t specified in it. I hadn’t been informed that his (Suvendu Adhikari) resignation is voluntary & genuine. So it’s not possible to accept it. I’ve asked him to appear before me on 21st Dec: Speaker, West Bengal Legislative Assembly pic.twitter.com/4AotmhCdvN
— ANI (@ANI) December 18, 2020
दत्ता ने कहा कि, मैं बीजेपी में शामिल होने का फैसला भविष्य में करूंगा। इससे पहले आसान सोल में टीएमसी के कद्दावर चेहरा रहे जीतेंद्र तिवारी ने भी इस्तीफा दे दिया था। वहीं ममता बनर्जी के खास कहे जाने वाले शुभेंदु अधिकारी को लेकर माना जा रहा है कि, गृहमंत्री अमित शाह के बंगाल दौरे के समय बीजेपी का दामन थाम सकते हैं। बता दें कि अमित शाह दो दिन के बंगाल दौरे पर शनिवार को जा रहे हैं।