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Farmers Protest: हुआ खुलासा, किसान आंदोलन की आड़ में भारतीय सेना के सिख जवानों के भड़काने के लिए रची जा रही है साजिश

Farmers Protest: देशभर में किसान आंदोलन (Farmers agitation) अपने चरम पर है। वहीं भारत में किसान आंदोलन के बीच एक ऐसी फोटो भी वायरल हुई जिसमें खालिस्तान समर्थक (pro-Khalistan) लोग इस आंदोलन के बीच नजर आए। इसके बाद ब्रिटेन में भारतीय दूतावास के सामने खालिस्तानी समर्थकों के द्वारा इस आंदोलन को लेकर प्रर्दशन किया गया।

नई दिल्ली। देशभर में किसान आंदोलन अपने चरम पर है। वहीं भारत में किसान आंदोलन के बीच एक ऐसी फोटो भी वायरल हुई जिसमें खालिस्तान समर्थक लोग इस आंदोलन के बीच नजर आए। इसके बाद ब्रिटेन में भारतीय दूतावास के सामने खालिस्तानी समर्थकों के द्वारा इस आंदोलन को लेकर प्रदर्शन किया गया। अब राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की तरफ से जो खुलासा हुआ है वह सच में चौंकाने वाला है। एनआईए के अनुसार भारतीय सेना के सिख जवानों के भड़काने के लिए साजिश रची जा रही है। वहीं एनआईए ने 16 खालिस्तान समर्थकों के खिलाफ आतंक निरोधी कानून (यूएपीए) के तहत आरोप पत्र दाखिल किया है।

sikh protest in uk

इस खालिस्तान समर्थित संगठन पर आरोप है कि उनके द्वारा भारतीय सेना में मौजूद सिख जवानों को भी विद्रोह के लिए भड़काने और कश्मीर को भारत से अलग करने के लिए युवाओं को उकसाने का प्रयास किया जा रहा है। एनआईए की तरफ से दाखिल आरोप पत्र में इस बात का जिक्र किया गया है कि ये लोग भड़काऊ गतिविधियों में शामिल होने के साथ देश में क्षेत्र व धर्म के आधार पर आपसी सौहार्द बिगाड़ने का काम कर रहे हैं। एनआईए की रिपोर्ट के अनुसार ये सारे आरोपी जो उनके आरोप पत्र में शामिल हैं वह विदेशों से इस तरह की गतिविधि को अंजाम दे रहे हैं। इनमें से सात आरोपी फिलहाल अमेरिका में रहे हैं, जबकि तीन आरोपी कनाडा और छह आरोपी ब्रिटेन में रह रहे हैं।

एनआईए ने इन सभी के खिलाफ ‘खालिस्तान निर्माण के लिए जनमत संग्रह 2020’ कराने के लिए संगठित साजिश में शामिल रहने का आरोप लगाया है। एनआईए के इस आरोप पत्र में सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) के मुख्य संरक्षक गुरपतवंत सिंह पन्नुन, हरदीप सिंह निज्जार और परमजीत सिंह उर्फ पम्मा भी शामिल हैं। जिन्हें पहले ही केंद्र सरकार ने यूएपीए के तहत आतंकी घोषित कर दिया है।

पन्नुन इस समय अमेरिका, निज्जार कनाडा और पम्मा ब्रिटेन में मौजूद है। इसके साथ ही अन्य आरोपियों में अमेरिका से अवतार सिंह पन्नुन, हरप्रीत सिंह, अमरदीप पूरेवाल, हरजाप सिंह, सरबजीत सिंह और एस. हिम्मत सिंह, ब्रिटेन से गुरुप्रीत सिंह बागी, सरबजीत सिंह बन्नूर, कुलवंत सिंह मोथाडा, दुपिंदरजीत सिंह और कुलवंत सिंह तथा कनाडा से जेएस धालीवाल और जतिंद्र सिंह ग्रेवाल का नाम भी शामिल है।

Paramjeet Singh Pamma

इन लोगों के खिलाफ सोशल मीडिया के जरिए युवाओं को फंसाने, उन्हें भड़काने और आतंकी गतिविधियों के लिए उन्हें तैयार करने का आरोप लगा है। ये संगठन फेसबुक, ट्विटर, व्हाट्सएप, यूट्यूब और दर्जनों वेबसाइटों के जरिये आतंकी गतिविधियों के लिए धन जुटाने और आतंकी गतिविधियों के लिए युवाओं को भड़काने का काम कर रहे हैं। एनआईए ने जो चार्जशीट दाखिल किया है उसमें ये खुलासा किया है कि अलगाववादी संगठन सिख फॉर जस्टिस (SFJ) भारतीय सेना के सिख जवानों को भारत के ही खिलाफ भड़काना चाहता है। इसके साथ ही यह भी खुलासा हुआ है कि यह संगठन कश्मीर में युवाओं को कट्टरपंथी बनाने के साथ ही भारत से घाटी को अलग करने के लिए भी खुलकर समर्थन दे रहा है। अब ये संगठन किसान आंदोलन की आड़ में देश में अराजकता का माहौल बनाने की कोशिश कर रहे हैं।