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Gehlot Vs Pilot: सचिन पायलट का गहलोत पर बड़ा प्रहार, सोनिया गांधी नहीं वसुंधरा राजे है CM की नेता

नई दिल्ली। राजस्थान कांग्रेस में एक बार फिर से घमासान मच गया है। पार्टी के चल रही अंदरूनी कलह खुलकर सबके सामने आ गई है।  कांग्रेस नेता सचिन पायलट और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की बीच जंग अब और तेजी होती दिखाई दे रही है। इसी क्रम में मंगलवार को सचिन पायलट ने सीएम गहलोत पर …

नई दिल्ली। राजस्थान कांग्रेस में एक बार फिर से घमासान मच गया है। पार्टी के चल रही अंदरूनी कलह खुलकर सबके सामने आ गई है।  कांग्रेस नेता सचिन पायलट और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की बीच जंग अब और तेजी होती दिखाई दे रही है। इसी क्रम में मंगलवार को सचिन पायलट ने सीएम गहलोत पर बड़ा प्रहार किया है। साथ ही उन्होंने अशोक गहलोत पर बड़ा आरोप लगाया है। इसके साथ ही उन्होंने अजमेर से जयपुर तक पांच दिन की पदयात्रा निकालने का भी ऐलान किया है। पायलट ने सीएम गहलोत के धौलपुर में दिए गए बयान पर पलटवार किया है। सचिन पायलट ने जयपुर में मीडिया को संबोधित करते कहा, मैंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का धौलपुर का भाषण सुना, उसे सुनकर ऐसा लगता है कि उनकी नेता सोनिया गांधी नहीं बल्कि वसुंधरा राजे सिंधिया हैं। एक तरफ यह कहा जा रहा है कि हमारी सरकार को गिराने का काम भाजपा कर रही थी, दूसरी तरफ कहा जाता है कि सरकार को बचाने का काम वसुंधरा राजे कर रही थी। जो विरोधाभास है इसको समझना चाहिए। आप कहना क्या चाहते हैं, आपको स्पष्ट करना चाहिए”

पायलट ने सीएम गहलोत पर हमला बोलते हुए कहा कि, ”मुझे बहुत कुछ कहा गया कोरोना, गद्दार आदि। मैं ढाई साल से यह सब सुन रहा था लेकिन हम चुप थे क्योंकि हम अपनी पार्टी को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहते थे लेकिन अपने ही विधायकों और नेताओं को बदनाम करना और भाजपा का गुणगान करना मेरे समझ से परे है।”

आगे सचिन पायलट ने ऐलान किया कि, वो 11 मई को अजमेर से एक यात्रा निकालूंगा। जनता के बीच जाकर जनता की आवाज सुनेंगे। जन के मुद्दों को उठाएंगे। जनता जर्नादन है जनता के बीच जाना हमारा दायित्व बनता है और जो करप्शन और नौजवानों के इश्यू है जो पेपर लीक और पेपर कैसिंल और नौजवानों के हितों से जुड़े मुद्दे को उठाकर मैं एक जन संघर्ष यात्रा निकालने जा रहा हूं। जो 11 तारीख को अजमेर से शुरू होगी और हम जयपुर की तरफ आएंगे। यह 125 किमी की यात्रा होगी।सही निर्णय तब लिए जाएंगे जब जनता का पूरा साथ होगा।

गौरलतब है कि सीएम अशोक गहलोत ने धौलपुर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा था कि राजस्थान की पूर्व सीएम वसुंधरा राजे और कैलाश मेघवाल समेत भाजपा के 3 नेताओं ने उनकी सरकार को गिरने से बचाया था। हालांकि उनके इस बयान के बाद वसुंधरा राजे ने पलटवार भी किया था। उन्होंने कहा कि गहलोत झूठ बोल रहे हैं क्योंकि इस साल विधानसभा चुनाव होने है और उन्हें हारने का डर है।