लखनऊ। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता, सुप्रीम कोर्ट के मशहूर वकील और केंद्र में कांग्रेस की यूपीए सरकार में विदेश मंत्री रहे सलमान खुर्शीद मुसीबत में फंस गए हैं। लखनऊ की एक अदालत ने उनके खिलाफ केस दर्ज करने का आदेश दिया है। दरअसल, बीते दिनों सलमान खुर्शीद की किताब “सनराइज ओवर अयोध्या” रिलीज हुई थी। अपनी इस किताब में सलमान खुर्शीद ने सनातन हिंदू धर्म की तुलना आतंकी संगठन आईएसआईएस और बोको हराम से की है। इसके खिलाफ कोर्ट में शिकायत की गई थी। जिस पर कोर्ट ने पुलिस को खुर्शीद के खिलाफ केस दर्ज करने का आदेश दिया है।
सलमान खुर्शीद ने किताब में हिंदू धर्म की तुलना आतंकी संगठनों से करने के बारे में विवाद खड़ा होने पर सफाई दी थी। सलमान ने एक टीवी चैनल के इंटरव्यू में कहा था कि उन्होंने गलत नहीं लिखा है और हिंदू धर्म की नहीं, हिंदुत्व की व्याख्या की है। सलमान खुर्शीद के बारे में मध्यप्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने इस पर कहा था कि अगर खुर्शीद ने मध्यप्रदेश आकर किताब को लॉन्च किया होता, तो वह उनके खिलाफ कार्रवाई जरूर करते। इस मामले में उग्र बजरंग दल के सदस्यों ने नैनीताल में सलमान खुर्शीद के घर पर तोड़फोड़ और आगजनी भी की थी।
बता दें कि आजकल कांग्रेस में हिंदू और हिंदुत्व की अलग-अलग परिभाषा पेश करने का काम जोर से चल रहा है। पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी लगातार अपनी सभाओं में कहते हैं कि हिंदू और हिंदुत्व अलग-अलग हैं। राहुल का कहना होता है कि हिंदू तो ठीक हैं, लेकिन हिंदुत्व उग्र है और वो हिंदुत्व के उदाहरण के तौर पर महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे का नाम लेते हैं। राहुल ने कई बार अपनी जनसभाओं में पीएम नरेंद्र मोदी को भी हिंदुत्व से जोड़ा है। राहुल का आरोप है कि मोदी सरकार हिंदुत्व की राह पर चलते हुए एक खास समुदाय का उत्पीड़न कर रही है और उन्हें दोयम दर्जे का नागरिक बना रही है। इस पर बीजेपी का कहना है कि राहुल को पता नहीं कि हिंदू और हिंदुत्व एक ही मां की दो संतानों की तरह हैं। वैसे, सुप्रीम कोर्ट के पूर्व चीफ जस्टिस जेएस वर्मा ने एक फैसले में हिंदुत्व को जीवन जीने की शैली बताया था।