लखनऊ। यूपी की विधानसभा के 403 सदस्यों को चुनने के लिए चुनाव हो चुके हैं। काउंटिंग कल होनी है। कल यानी गुरुवार को दोपहर तक पता चल जाएगा कि यूपी में किसकी सरकार बनने वाली है, लेकिन सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के अजब-गजब बयान ये जरूर इशारा कर रहे हैं कि उन्हें जीत का भरोसा अब शायद नहीं रहा। अखिलेश ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में जिस तरह के आरोप लगाए, वो उनकी हताशा को दिखाता रहा। साथ ही उनकी बॉडी लैंग्वेज भी बताती रही कि सपा की सरकार का उनका सपना टूटता जा रहा है। अखिलेश ने पहले तो कहा कि ईवीएम से छेड़छाड़ की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि एक जगह बक्से में हथौड़ा और प्लास मिला है। जरा गौर करें, तो ईवीएम तो लोहे की होती नहीं कि उसे तोड़ने के लिए हथौड़े और प्लास की जरूरत पड़ जाए।
अखिलेश का अगला बयान और भी अजब था। उन्होंने कहा कि ये लोकतंत्र को बचाने की आखिरी जंग है और जनता को क्रांति करनी होगी। कुल मिलाकर प्रशासन के खिलाफ अपने समर्थकों को भड़काने वाले बयान अखिलेश ने दिया। इसके बाद ही वाराणसी में एक गाड़ी में ले जाई रही ईवीएम को रोककर सपाइयों ने जमक हंगामा मचाया। जबकि, स्थानीय प्रशासन और चुनाव आयोग की तरफ से कहा गया कि ये काउंटिंग के लिए ट्रेनिंग देनें के वास्ते ले जाई जा रही थीं और वोटिंग वाली ईवीएम स्ट्रांग रूम में ही रखी हैं। बड़ी मुश्किल से इस हंगामे को शांत कराया जा सका।
अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में अखिलेश काफी चिंतित भी नजर आए। उनकी बॉडी लैंग्वेज बता रही थी कि जैसे वो थके हुए हैं। तनाव भी उनके चेहरे पर दिख रहा था। एक सीनियर पत्रकार को तो उन्होंने झिड़क भी दिया और कहा कि वो कैसा सीनियर पत्रकार है, जो इस तरह के सवाल उनसे पूछ रहा है। कुल मिलाकर अखिलेश का हाव-भाव कतई उत्साह से भरा नहीं था। जबकि, हर दौर के मतदान के बाद वो दावा कर रहे थे कि इस बार सपा की सरकार बन जाएगी।