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Priyanka Factor: यूपी चुनाव आते ही सपा ने बदला चाल, चरित्र और चेहरा, जानिए MY फैक्टर का मतलब क्या

आखिर अखिलेश यादव की सपा महिलाओं को आगे बढ़ाने की बात कह क्यों रही है। इसकी वजह है कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी का बयान। प्रियंका ने बीते दिनों एलान किया था कि यूपी में कांग्रेस 40 फीसदी सीटों पर महिलाओं को टिकट देगी। इसे देखते हुए ही सपा ने महिलाओं को बूथ स्तर पर जिम्मेदारी देने का फैसला किया है।

लखनऊ। चुनाव जो न कराए और नेता वही जो वक्त के मुताबिक अपना रंग बदल ले। ये दोनों बातें समाजवादी पार्टी पर बिल्कुल फिट बैठ रही हैं। वजह है यूपी में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव। इन चुनावों की वजह से अखिलेश यादव के नेतृत्व वाली सपा ने अपना चाल, चरित्र और चेहरा बदल लिया है। पहले जो पार्टी मुसलमान और यादवों की पार्टी कहलाती थी और मुस्लिम यादव यानी MY फैक्टर के आधार पर चुनाव लड़ती थी, वो अब इस फैक्टर में M यानी मुसलमान को हटाकर महिला ले आई है। जबकि, मुसलमान ही सपा के कोर वोटर रहे हैं। सपा की महिला सभा की एक बैठक में तय किया गया है कि विधानसभा चुनाव से पहले महिलाओं को बड़ी तादाद में पार्टी से जोड़ा जाएगा। इन महिलाओं को चुनाव के वक्त बूथ स्तर पर जिम्मेदारी दी जाएगी। खास बात ये है कि ये वही सपा है, जिसने संसद में लगातार महिला आरक्षण का विरोध किया और यूपीए सरकार को समर्थन देने के बाद भी उसकी ओर से लाए गए महिला आरक्षण बिल पर अड़ंगा लगाया। अब अखिलेश यादव महिलाओं को आगे बढ़ाने की बात कर रहे हैं।

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सपा के मुकाबले बीएसपी और बीजेपी को देखें, तो दोनों पार्टियां महिलाओं को काफी मौका देती रही हैं। बीएसपी की चीफ मायावती खुद महिला हैं। जबकि, बीजेपी ने 2017 में हुए यूपी विधानसभा चुनाव में काफी महिलाओं को टिकट दिया था। अब ये जानते हैं कि आखिर अखिलेश यादव की सपा महिलाओं को आगे बढ़ाने की बात कह क्यों रही है। इसकी वजह है कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी का बयान। प्रियंका ने बीते दिनों एलान किया था कि यूपी में कांग्रेस 40 फीसदी सीटों पर महिलाओं को टिकट देगी। इसे देखते हुए ही सपा ने महिलाओं को बूथ स्तर पर जिम्मेदारी देने का फैसला किया है। अब देखना ये है कि सपा कितनी महिलाओं को टिकट देती है।

बता दें कि देश में करीब 42 करोड़ महिला वोटर हैं। साल 2019 के आम चुनाव में चुने गए 542 सांसदों में 79 महिलाएं थीं। तब सबसे ज्यादा महिला सांसद यूपी और पश्चिम बंगाल से जीतकर आई थीं। चुनाव आयोग के मुताबिक यूपी में 1952 में हुए विधानसभा चुनावों में 20 महिलाएं चुनी गईं। 2003 में यह आंकड़ा घटकर 3 रह गया। साल 2017 में सबसे ज्यादा 40 महिला विधायक चुनकर आईं। यूपी विधानसभा में कुल 403 सीटें हैं।