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जब एक सांस में ही संबित पात्रा ने गिना डाले गांधी परिवार के नाम पर रखे गए स्पोर्ट्स टूर्नामेंट, इवेंट्स और स्टेडियम के नाम

Sambit Patra: इस मुद्दे पर संबित पात्रा का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें उन्होंने राजीव गांधी के नाम पर रखी गई तमाम स्पोर्ट्स टूर्नामेंट, इवेंट्स और स्टेडियम के नाम बताए।

नई दिल्ली। मोदी सरकार ने शुक्रवार को खेल के क्षेत्र में दिये जाने वाले सर्वोच्च पुरस्कार राजीव गांधी खेल रत्न सम्मान का नाम बदलकर मेजर ध्यानचंद के नाम पर कर दिया है। इस ऐलान को लेकर अब कांग्रेस मोदी सरकार पर हमलावर हो गई है। पलटवार करते हुए कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने मांग करते हुए कहा कि, अरुण जेटली स्टेडियम और नरेंद्र मदी स्टेडियम के नाम को भी बदलने की बात कही। फिलहाल नाम बदलने को लेकर कांग्रेस भले ही तिलमिलाई हो लेकिन सच यह है कि आज भी देश में गांधी-नेहरू परिवार के नाम पर सैकड़ों स्‍कीमें चल रही हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक देश में आज के समय में कम से कम 600 सरकारी योजनाएं चल रही हैं। वहीं कई संस्‍थानों, जगहों के नाम, स्‍कॉलरशिप, म्‍यूजियम और अवॉर्ड के नाम गांधी-नेहरू परिवार के नाम पर चलाए जा रहे हैं। इनमें कई संस्थाएं जवाहर लाल नेहरू, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी के नाम पर हैं। हाल ये था कि, 2014 से पहले तक अकेले पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के नाम पर ही 16 केंद्रीय सरकारी योजनाएं चल रही थीं।

इस मुद्दे पर संबित पात्रा का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें उन्होंने राजीव गांधी के नाम पर रखी गई तमाम स्पोर्ट्स टूर्नामेंट, इवेंट्स और स्टेडियम के नाम बताए। बता दें कि यह वीडियो एक निजी न्यूज चैनल पर हो रही डिबेट का है।

पीएम मोदी ने दी थी ट्वीट से जानकारी

पीएम मोदी ने अपने एक ट्वीट में लिखा कि, “देश को गर्वित कर देने वाले पलों के बीच अनेक देशवासियों का ये आग्रह भी सामने आया है कि खेल रत्न पुरस्कार का नाम मेजर ध्यानचंद जी को समर्पित किया जाए। लोगों की भावनाओं को देखते हुए, इसका नाम अब मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार किया जा रहा है। जय हिंद!” बबता दें कि मोदी सरकार के इस कदम को लेकर कांग्रेस से दबे मन से स्वागत तो किया लेकिन साथ ही में अपना एक और मांग रख दी। बता दें कि कांग्रेस की तरफ से अरुण जेटली स्टेडियम और नरेंद्र मदी स्टेडियम के नाम को भी बदलने की मांग की गई है।