नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश और बिहार की राजनीतिक स्थिति का असर हर लोकसभा चुनाव में पड़ता है। वहीं अब जब लोकसभा चुनाव में कुछ ही माह शेष रह गए हैं, तो उत्तर प्रदेश की मौजूदा राजनीतिक स्थिति की चर्चा अपने चरम पर पहुंच चुकी है। उधर, सपा प्रमुख अखिलेश यादव जहां इंडिया गठबंधन की कश्ती में सवार हो चुके हैं, तो वहीं आज लखनऊ में संपन्न हुई समीक्षा बैठक में मायावती ने स्पष्ट कर दिया है कि वो किसी भी गठबंधन में शामिल नहीं होंगी। वो अकेली ही चुनाव लड़ेंगी। हालांकि, पहले माना जा रहा था कि वो तीसरे मोर्चे में शामिल हो सकती हैं, लेकिन अब उन्होंने इन संभावनाओं को भी सिरे से खारिज कर दिया है। इस बीच उत्तर प्रदेश की राजनीतिक स्थिति को ध्यान में रखते हुए संजय निषाद की भूमिका अहम हो जाती है। उत्तर प्रदेश की राजनीति में उनकी भूमिका को कमतर नहीं आंका जा सकता है। अपनी इसी अहमियत को ध्यान में रखते हुए संजय निषाद ने एक ऐसा बयान दिया है, जिसके बाद से सियासी हलचल तेज हो चुकी है। आइए, आगे आपको बताते हैं कि उन्होंने क्या कुछ कहा है।
क्या बोले संजय निषाद ?
दरअसल, संजय निषाद ने मीडिया से बातचीत के दौरान कांग्रेस और सपा पर जोरदार हमला बोला है, जिसमें उन्होंने कहा कि 2017 के चुनाव में सपा और कांग्रेस एक साथ आई थी। कांग्रेस ने 100 तो सपा ने 300 सीटों पर चुनाव लड़ा था, लेकिन जब नतीजे आए तो इन दोनों ही पार्टियों का सूपड़ा साफ हो गया था। वहीं, हम तो चाहते हैं कि ये दोनों एक बार फिर से साथ आए और चुनाव लड़े और जो बचा है, वो भी खत्म हो जाए। बता दें कि संजय निषाद ने यह बयान मलिन बस्ती के ओरैया में दिया था, जहां उनका महिला कार्यकर्ताओं ने फूल माला पहनाकर स्वागत किया। इस दौरान उन्होंने कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर तैयारियों का जायजा लिया और आगामी दिनों में उठाने जाने वाले कदमों के बारे में विस्तार पूर्वक चर्चा की।
उधर, मीडिया से बातचीत के दौरान संजय निषाद ने इंडिया गठबंधन पर भी जोरदार निशाना साधा। जिसमें उन्होंने कहा कि यह चुनाव जीतने या लोकतंत्र बचाने के लिए नहीं, बल्कि भोली-भाली जनता को मूर्ख बनाने के मकसद से एक साथ आए हैं। इस बीच संजय निषाद ने अखिलेश यादव पर भी तंज कसा। जिसमें उन्होंने कहा कि जब 2022 के चुनाव में निशाद ने अकेले चुनाव लड़े थे, तो कोई गुरेज नहीं यह कहने में कि उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया था, लेकिन आज अब जब उन्होंने इंडिया गठबंधन का सहारा लिया है, तो मैं यह दावे के साथ कह सकता हूं कि राजनीति में अब उनके बुरे दिन आने वाले हैं।
कौन हैं संजय निषाद
बता दें कि योगी सरकार में संजय निषाद वर्तमान में मत्स्य पालन मंत्री हैं। बीते कुछ दिनों से वह सपा और बीजेपी की जरूरत बनकर उभरे हैं। संजय निषाद निर्बल इंडियन शोषित हमारा आम दल के प्रमुख हैं। वो कभी बीजेपी तो कभी सपा की जरूरत बनकर उभरे हैं। पिछले एक दशक में उत्तर प्रदेश की राजनीति में उनकी अहमियत बढ़ी है। बता दें कि प्रवीण निषाद संतकबीर नगर से भाजपा सांसद हैं, जबकि दूसरे बेटे सरवन कुमार निषाद चौरी चौरा सीट से विधायक हैं।