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Maharashtra:10 मई को NCP में शामिल होंगे संजय राउत? BJP के इस दावे से भूचाल, आदित्य ठाकरे ने तोड़ी चुप्पी, बताई सच्चाई

Maharashtra: उन्होंने कहा कि जब शरद पवार ने एनसीपी प्रमुख के पद से इस्तीफा दिया था, तो पार्टी कार्यकर्ताओं ने उन्हें मनाने की कोशिश की थी। इस बीच कथित तौर पर उनकी राउत से भी फोन पर बात हुई थी। ऐसी मुझे जानकारी मिली है। राउत ने पवार को समझाया कि उन्हें अपना पद नहीं छोड़ना चाहिए। एनसीपी के पद पर रहकर वह उद्धव ठाकरे का राजनीतिक भविष्य खत्म कर सकते हैं।

नई दिल्ली। अगर हम आपसे पूछे शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे और राज्यसभा सांसद संजय राउत के बीच कैसे ताल्लुकात हैं? तो लाजिमी है कि आप यह कहने से कोई गुरेज नहीं करेंगे कि दोनों नेताओं के बीच संबंध बेहतर हैं। दोनों ही एक-दूसरे के लिए कुछ भी कर सकते हैं। आप यह भी कह सकते हैं कि बीते दिनों जब एकनाथ शिंदे ने उद्धव के खिलाफ बगावत का बिगुल फूंक दिया था, तो संजय राउत उनके साथ-साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े नजर आए थे, लेकिन इस बात को भी नहीं  नकारा जा सकता है कि सियासत में कोई किसी का स्थायी दोस्त या दुश्मन नहीं होता है। अब आप इतना सबकुछ पढ़ने के बाद आप मन ही मन सोच रहे होंगे कि आखिर आपने हम से इन दोनों नेताओं के ताल्लुकातों को लेकर सवाल पूछा क्यों? आखिर माजरा क्या है? जरा कुछ खुलकर बताएंगे, तो चलिए अब हम आपको सबकुछ विस्तार से बताते हैं।

दरअसल, बीजेपी नेता नितेश राणा ने संजय राउत को लेकर एक ऐसा दावा किया है, जिसके बाद से महाराष्ट्र की राजनीति में भूचाल मच चुका है। उन्होंने संजय राउत को सर्प बताया और यह दावा किया है कि वो जल्द ही उद्धव ठाकरे को धोखा देकर एनसीपी में शामिल होंगे। राणा ने कहा कि अजित पवार और संजय राउत के बीच रिश्ते अच्छे नहीं हैं। ऐसी सूरत में वो इसी बात का इंतजार कर रहे हैं कि कब अजित पवार बीजेपी में शामिल हो , ताकि वो खुद एनसीपी में शामिल हो सकें। राणा ने दावा किया है कि उन्हें यह जानकारी विश्वनीय सूत्रों से मिली है। उन्होंने कहा है कि आगामी दिनों में महाराष्ट्र की राजनीति भूचाल देखने को मिलेगा। नितेश ने दावा किया है कि आगामी 10 मार्च को संजय राउत एनसीपी में शामिल हो जाएंगे।

उन्होंने कहा कि जब शरद पवार ने एनसीपी प्रमुख के पद से इस्तीफा दिया था, तो पार्टी कार्यकर्ताओं ने उन्हें मनाने की कोशिश की थी। इस बीच कथित तौर पर उनकी राउत से भी फोन पर बात हुई थी। ऐसी मुझे जानकारी मिली है। राउत ने पवार को समझाया कि उन्हें अपना पद नहीं छोड़ना चाहिए। एनसीपी के पद पर रहकर वह उद्धव ठाकरे का राजनीतिक भविष्य खत्म कर सकते हैं। बता दें कि नितेश राणे के इस दावे के बाद महाराष्ट्र की राजनीति में भूचाल मच चुका है। तरह –तरह के दावे किए जा रहे हैं। वहीं, अब इस पर उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे की प्रतिक्रिया सामने आई है। आइए, आगे आपको बताते हैं कि उन्होंने क्या कुछ कहा है।

बता दें कि आदित्य ठाकरे ने नितेश राणे के इन दावों को सिरे से खारिज कर दिया और कहा कि उन्हें यह सब अनाप-शनाप बोलने के लिए पैसे दिए जाते हैं। मुझे लगता है कि उनकी बातों पर ध्यान नहीं देना चाहिए, क्योंकि उनकी बातें ध्यान देने लायक नहीं हैं। सनद रहे कि गत दिनों शरद पवार ने एनसीपी पद से इस्तीफा दे दिया था, लेकिन बाद में एनसीपी कार्यकर्ताओं के दबाव में आकर उन्होंने अपना इस्तीफा वापस ले लिया था। उनके इस्तीफे के बाद माना जा रहा था कि महाविकास अघाड़ी गठबंधन पर खतरे के बादल मंडरा रहे हैं, लेकिन बाद उन्होंने सामने आकर इन सभी कयासों को निर्मूल बताया।